कोटद्वार-पौड़ी

कोटद्वार में जीर्ण क्षीण भवन में चल रहा पूर्ति निरीक्षक कार्यालय

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। तहसील परिसर में खाद्य आपूर्ति विभाग के पूर्ति निरीक्षक कोटद्वार कार्यालय जीर्ण क्षीण भवन में चल रहा है। कार्यालय का भवन जर्जर हालत में है। यहां कार्यरत कर्मचारियों व राशन कार्ड बनाने के लिए आने वाले लोगों की जान जोखिम में रहती है। कर्मचारियों का दिन यहां भय के साये में गुजरता है। टूटे छत व जर्जर हो चुकी दीवारें कब धोखा दे जाएं कहा नहीं जा सकता। ऐसे में भवन के धराशायी होने का खतरा 24 घंटे मंडराता है। बावजूद इसके कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डाल काम करने को मजबूर हैं।


तहसील परिसर स्थित इस कार्यालय भवन भवन को करीब तीस वर्ष पूर्व बनाया गया था। बूढ़े हो चले इस भवन की दशा बरसात में और खराब हो जाती है। पानी एक घंटे बरसेगा तो इस भवन की छत तीन घंटे तक टपकती हैं। दीवारों से तो पानी रिसने लगता है जिससे छत के नीचे बैठना मुश्किल हो जाता है। भवन की मरम्मत एवं रंगाई पुताई न होने से प्लास्टर टूट रहे हैं। साफ-सफाई न होने के कारण भवन पर पेड़ और झाड़िया उग गई है। भवन के जर्जरता का आलम यह है कि इसमें कई दरारें हैं। छत जगह-जगह जीर्ण-क्षीण हो चुकी है। जिससे बरसात में पानी अंदर घुसता है, जिससे खतरा बना रहता है। पूर्व में इस भवन में ट्रेजरी संचालित होती थी। ट्रेजरी को पिछले लगभग छ: साल पूर्व तहसील परिसर में बनाये गये नये भवन में शिफ्ट कर दिया गया। करीब पांच-छ: साल पूर्व इस भवन में खाद्य आपूर्ति विभाग के पूर्ति निरीक्षक कोटद्वार कार्यालय को शिफ्ट किया गया। इसी भवन के एक हिस्से में राजस्व विभाग का भी कार्यालय है। वर्तमान में यह भवन जर्जर हालत में है। स्थिति ऐसी है कि यह भवन किसी भी समय गिर सकता है। पूर्ति निरीक्षक के कार्यालय में कर्मचारी जहां जान जोखिम में डालकर काम कर रहे है, वहीं राशन कार्ड बनवाने के लिए प्रतिदिन आने वाले सैकड़ों लोगों को भी खतरा बना हुआ है।
उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा का कहना है कि खाद्य आपूर्ति विभाग के पूर्ति निरीक्षक कोटद्वार कार्यालय का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है। भवन को डिस्पोजल करने का प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजा गया है। खाद्य आपूर्ति विभाग के पूर्ति निरीक्षक कोटद्वार कार्यालय को शिफ्ट करने के लिए जगह चिन्हित की जा रही है। जगह मिलते ही कार्यालय को शिफ्ट कर दिया जायेगा।

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