कुमाऊं केसरी बद्री दत्त पांडे की आदम कद र्मूित की होगी स्थापित
अल्मोड़ा। स्वतंत्रता आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले एवं कुली बेगार प्रथा को बंद करवाने वाले अल्मोड़ा के बद्री दत्त पांडे की आदम कद र्मूित नगर के रैमजे इंटर कालेज के सामने स्थित पार्क में लगाई जाएगी। जिला योजना से स्थापित होने वाली इस र्मूित के लिए पालिका की बोर्ड मीटिंग में प्रस्ताव पास कर दिया गया है। पंडित बद्रीदत्त पांडे ने 1921 में कुली बेगार आंदोलन के लिए लोगों को तैयार किया था। इस आंदोलन का उद्देश्य कुली बेगार प्रथा बंद कराने के लिए अंग्रेजों पर दबाव बनाना था। आंदोलन की सफलता के बाद लोगों ने उन्हें कुमाऊं केसरी की उपाधि प्रदान की। इस आंदोलन से प्रभावित होकर महात्मा गांधी ने इस आंदोलन को रक्तहीन क्रांति का नाम भी दिया था। इससे पहले उन्होंने 1913 में अल्मोड़ा अखबार की स्थापना की। जिसके माध्यम से उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन को गति देने का काम किया। 1921 में कुली बेगार आंदोलन में बद्री दत्त पांडे की भूमिका को आज भी लोग याद करते है। उन्होंने इस आंदोलन के दौरान अंग्रेजों के दस्तावेजों को बागेश्वर में स्थित सरयू नदी में बहा दिया था। वह स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कई बार जेल भी गए। आजादी के बाद भी अल्मोड़ा में रहकर वह सामाजिक कार्यों में सक्रियता से हिस्सा लेते रहे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को मिलने वाली पेंशन आदि का लाभ भी नहीं लिया।
कुमाऊं केसरी बद्री दत्त पांडे की र्मूित लगाने का प्रस्ताव पालिका की ओर से जिला योजना से रखा गया था। जिस पर पालिका को स्थान उपलब्ध कराने को कहा गया था। र्मूित की स्थापना के लिए बोर्ड मीटिग में रैमजे इंटर कालेज के सामने पार्क में र्मूित लगाने का प्रस्ताव पास किया गया है। अब जल्द ही जिला योजना से र्मूित लगाई जाएगी। – प्रकाश चंद्र जोशी, पालिकाध्यक्ष नगर पालिका अल्मोड़ा