लॉकडाउन में फूलों की खेती बर्बाद, किसान को लाखों का नुकसान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए किये गये देशव्यापी लॉकडाउन की वजह से किसानों को भारी नुकासान उठाना पड़ रहा है। विकासखंड के पोखड़ा में फूलों की खेती करने वाले किसान को भारी नुकसान उठाना पड़ा। क्योंकि सारे फूल अब खेतों में ही बर्बाद हो रहे हैं। शादी-विवाह, पर्व-त्योहार और मंदिर की शोभा बढ़ाने वाला फूल आजकल खेतों में ही सूख रहा है। लॉकडाउन की वजह से सब कुछ बंद है। ऐसे में ना ही कोई खरीदार मिल रहा है और ना ही वो इसे बेचने बाहर ही जा पा रहे हैं।
पोखड़ा ब्लॉक के ग्राम पंचायत मेलगांव में किसान दिव्यांग धर्मपाल सिंह नेगी ने खेती से ही अपने परिवार का भरण पोषण करते है। जलागम की प्रेरणा से जमरोडा तोक में बड़े भू-भाग पर फूलों की खेती की है। लॉकडाउन के दौरान लाखों रूपये के फूल खेत में तैयार थे, लेकिन यातायात व मंदिर बंद होने से यह फूल खेत में बर्बाद हो रहे है। फूलों से पटा ये खेत और ये खिले हुए फूल अब खेत में ही मुरझाने लगे है। मंदिरों से लेकर शादी-विवाह तक की शोभा बढ़ाने वाले ये फूल आज खेतों में ही बर्बाद हो रहे है। साथ ही इसकी खेती करने वालों किसानों की जिंदगी भी चौपट हो गई है। राज्य आंदोलनकारी पुष्कर जोशी ने कहा कि धर्मपाल सिंह नेगी मुनाफा कमाने के लिए फूलों की खेती को अपनाया है, लेकिन वर्तमान समय में लॉकडाउन हो गया है किसान की पूरी उम्मीदों पर पानी फिर गया। इस दौरान न तो धार्मिक आयोजन हो रहे हैं और न ही शादी समारोह व पार्टियां आयोजित की जा रही हैं। फूलों की सबसे ज्यादा खपत शादी विवाह व धार्मिक आयोजनों में होती है। उन्होंने जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल से किसान को फूलों के नुकसान की भरपाई के लिए उचित मुआवजा देने की मांग की है।