नगर निगम भवन न बनने पर कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
हरिद्वार। ढाई साल पहले शहरी विकास मंत्री द्वारा नगर निगम भवन के लिए किए गए भूमि पूजन के बाद भी आज तक एक ईंट न लगने से नाराज कांग्रेसी टॉर्च लेकर विकास कार्यों को तलाशने सड़कों पर निकले। प्रस्तावित निगम भवन की भूमि के गेट पर पहुंच शहरी विकास मंत्री के खिलाफ नारेबाजी की।देवपुरा से हाथों में टॉर्च और मोबाइल की लाइट जलाकर कांग्रेसी पूर्व पालिकाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी और मेयर अनिता शर्मा के साथ विकास कार्यों को ढूंढते हुए उस स्थान पर पहुंचे जहां नया नगर निगम बनाने के लिए निगम चुनाव से पहले शहरी विकास मंत्री ने भूमि पूजन कर शिलान्यास किया था। लेकिन वहां के गेट पर ताला लटका मिला। उपस्थित कांग्रेसियों को संबोधित करते हुए सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि शहर के सारे ठेके भाजपा के चहेतों के पास हैं। शहर का विकास पूरी तरह से ठप है और शहर की बदहाली के आरोप मेयर पर लगाए जा रहे हैं। भाजपा सरकार में मेयर को काम नहीं करने दे रहे हैं। बल्कि उल्टा मेयर को कोसा जा रहा है। उन्होंने निगम अफसरों को चेताया कि वे मेयर के अधिकारों को समझे। भाजपा के दवाब में आकर काम न करे। मेयर अनीता शर्मा ने कहा कि शहरी विकास मंत्री व पूर्व मेयर ने ढाई साल पहले नगर निगम भवन का शिलान्यास कर एक साल में भवन तैयार कराने का दावा किया था। जिसका आज तक कहीं कोई अता-पता नहीं है। नगर निगम का पुराना भवन जर्जर अवस्था में है यह कभी भी किसी बड़ी घटना का कारण बन सकता है। निगम में अफसर केवल भाजपा की सुनते हैं और आरोप मेरे ऊपर लगाए जाते हैं। पूर्व राज्यमंत्री संतोष चौहान ने कहा कि शहरी विकास मंत्री ने शिलान्यास करते समय सोचा था कि अगली बार भी उनका चेयरमैन होगा। लेकिन ऐसा न होने के कारण ही निगम कार्यालय के काम को अटका दिया गया। विकास मंत्री का शहर आज विकास को तरस रहा है। मदन कौशिक निगम के कार्यों में सहयोग करने के बजाय आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है। विरोध करने वालों में मुख्य रूप से मनीष कर्णवाल, विमला पांडे, रवि बहादुर, नितिन तेश्वर, राजीव भार्गव, महावीर वशिष्ठ, कैलाश भट्ट,विवेक भूषण, तरुण व्यास, राजीव चौधरी, अनिल भास्कर, सविता चौधरी, रवि कश्यप, शैलेन्द्र सिंह, नीतू बिष्ट, हिमांशु बहुगुणा, विभाष मिश्रा, नीरव साहू सहित कई कांग्रेसी उपस्थित हुए।