नासिक में गैस सिलेंडर फटने से बिहार के 5 मजदूरों की मौत, गांव में मचा कोहराम
वैशाली, एजेंसी । । महाराष्ट्र के नासिक में एक ही कमरे में रहकर मजदूरी करने वाले बिहार के पांच मजदूरों की झुलसकर मौत हो गई, जबकि दो आंशिक रूप से घायल हैं। मरने वाले मजदूरों में दो वैशाली जिले के और तीन मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले थे। सभी सातों मजदूर एक ही कमरे में रहकर अपना गुजर बसर कर रहे थे। आग लगने के बाद गैस सिलेंडर फटने से पांचों की मौत हुई, जबकि लालगंज के ही दो मजदूर घायल हो गए। घटना 1 दिसंबर के सुबह घटी, जिसमें 5 लोगों की इलाज के दौरान 4 दिसंबर की देर रात मौत हो गई।
गोरौल थाना क्षेत्र के इनायतनगर गांव निवासी मृतक मो़ मुर्तुजा के पिता मो़ ईसराफिर ने बताया कि घटना के पूर्व रात्रि में सभी लोग खाना बनाने के बाद खाकर सो गए। सोने के दौरान ही कमरे में गर्मी महसूस हुई तो किसी ने पंखे को चलाया। पंखा चालू करते ही उसमें शट सर्किट हुई और कमरे में आग लग गई। उन्होंने बताया कि इससे ऐसे लगता है कि या तो रात में खाना बनाने के बाद गैस खुला छोड़ दिया होगा या फिर गैस रिसाव हो रहा होगा, जिससे यह घटना घटी। कमरे में रह रहे सातों युवक गंभीर रूप से झुलस गए। सभी को नजदीक के अस्पतालों में इलाज के लिए ले जाया गया। इलाज चला, लेकिन पांच को बचाया नहीं जा सका। पिता यह सब बताते-बताते फूट पड़े और अपनी बुढ़ापे का सहारा छीन जाने की बात कह कहकर रोने-बिलखने लगे। बोले कि जिस कंधे पर पिता का ताबूत होता, उसी बेटे का ताबूत पिता के कंधे पर होगा।
परिजनों की स्थिति देख सभी की आंखें नम
इनायतनगर गांव निवासी 28 वर्षीय मृत युवक मुर्तुजा वहां लगभग 10 वर्ष से रह रहा था। वह वहां टायर पंचर बनाने का काम करता था। मुर्तुजा दो भाइयों में बड़ा था, उसकी एक बहन भी है। मुर्तुजा का का भाई भी वहीं रहता था, लेकिन घटना के दिन वह उस कमरे में नहीं सोया था। मुर्तुजा को एक पुत्र भी है, जिसे यह भी पता नहीं कि यह क्या हो गया। पत्नी सिर पीट-पीटकर बेहाल है। घटना से माता-पिता अवाक हैं। जैसे ही एम्बुलेंस दरबाजे पर पहुंची कि गांव के लोगों की भारी भीड़ दरवाजे पर पहुंच गई। परिजनों की स्थिति देख सभी की आंखें नम हो गईं।