नवरात्र कल से, सजे बाजार, खरीदारी करने पहुंचे भक्त
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। शारदीय नवरात्र शनिवार से शुरू हो रहे हैं। इसे लेकर मंदिरों में तैयारियां कर ली गई हैं। बाजार में माता की चुनरी, श्रृंगार का सामान, नारियल आदि की स्टालें लग गई हैं। माता के भक्तजन खरीदारी के लिए बाजारों में पहुंच रहे हैं और कलश व उसके साथ स्थापना में उपयोग होने वाली वस्तुओं की खरीदारी करने में लगे हुए है।
शुक्रवार को बाजारों में खूब भीड़ रही तथा लोगों ने जमकर खरीददारी की। मंदिरों को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। बाजारों में जगह-जगह पूजा सामग्री की दुकानें सजी हुई थी। जहां से लोगों ने माता के स्वरूप, चुनरी, श्रृंगार का सामान व अन्य सामग्री खरीदी। नवरात्रों को लेकर मंदिरों में भी तैयारियां शुरू हो गई है। देवी मंदिर, दुर्गा मंदिर, सिद्धबली मंदिर सहित अन्य मंदिरों में नवरात्रों पर विशेष पूजा अर्चना होगी। नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्र पर्व में श्रद्धालु उपवास रखेंगे और माता दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करेंगे। माता की चौकी सजाई जाएगी। जौ रोपाई कर पूजा अर्चना होगी तथा अष्टमी को कंचक पूजन होगा। नवरात्र के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा होती है। शैलराज हिमालय की कन्या होने के कारण इन्हें शैलपुत्री कहा गया है। मां शैलपुत्री दाएं हाथ में त्रिशूल और बाएं हाथ में कमल का पुष्प लिए हुए है। इनका वाहन वृषभ है। नवदुर्गाओं में मां शैलपुत्री का महत्व और शक्तियां अनंत है। कर्ज, व्याधियों, शनि प्रकोप से बचने के लिए शैलपुत्री की पूजा की जाती है।
खाली न चढ़ाएं लाल चुनरी
पंडित मुकेश चतुर्वेदी ने बताया कि माँ दुर्गा को खाली चुनरी कभी ना चढ़ाएं। चुनरी के साथ सिंदूर, नारियल, पंचमेवा, मिष्ठान, फल, सुहाग का सामान चढ़ाने से मां खुश होती हैं और आशीर्वाद देती है। माँ दुर्गा की चूड़ी, बिछिया, सिंदूर, महावर, बिंदी, काजल चढ़ाना चाहिए। कुमकुम माँ दुर्गा का सबसे खास रंग माना जाता है। इसलिए पूजा शुरू करने से पहले आसन के तौर पर कोई भी वस्त्र बिछाने से अच्छा है कि लाल रंग के कपड़े का इस्तेमाल किया जाए। इसके अलावा मां को लाल चुनरी और कुमकुम का टीका लगाना शुभ है।
बाजार में बढ़ी चहल पहल
नवरात्रि की तैयारियां शुरू, मां के श्रंगार और सजावट के सामानों से बाजार सजे, लोगों में उत्साह कोरोना काल में संक्रमण के खतरे के चलते लंबे अरसे तक जनजीवन असामान्य रहा, लेकिन अब धीरे-धीरे नियमों का पालन करते हुये लोग सावधानी बरतते हुये बाहर निकल रहे हैं। वहीं, नवरात्रि की चहल पहल भी बाजारों में बढ़ गई है। शनिवार 17 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रि शुरू हो रहे हैं, जिसे लेकर बाजार में रौनक फिर से लौट आई है। जहां दुकानों में तरह-तरह की चुनरी, मां की मूर्तियां और श्रृंगार के सामान उपलब्ध हैं। वहीं, श्रद्धालु भी जमकर खरीददारी कर रहे हैं और उनका कहना है कि अब मां ही कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से पूरे देश को बचाएंगी।