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शांति में खलल डालने वालों को नहीं बख्शेंगे: शाह

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नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के अपने तीन दिवसीय दौरे के पहले दिन आतंकवाद पर परोक्ष रूप से करारा हमला बोला। शाह ने शनिवार को श्रीनगर में यूथ क्लब के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं यकीन दिलाता हूं कि जम्मू-कश्मीर की शांति में जो भी खलल डालना चाहेगा उससे हम सख्ती से निपटेंगे। शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में विकास की जो यात्रा शुरू हुई है उसमें कोई भी रोढ़ा नहीं अटका पाएगा। शाह ने अपने दौरे के पहले दिन विपक्ष को भी निशाने पर लिया। गृह मंत्री ने यूथ क्लब के सदस्यों को संबोधित करते हुए कहा कि पहले की सरकारों ने 70 साल में जम्मू-कश्मीर को क्या दिया़.? 87 विधायक, 6 सांसद और तीन परिवाऱ.। प्रधानमंत्री मोदी जी ने पंचायत चुनावों में करीब 30 हजार चुने हुए प्रतिनिधि देने का काम किया है जो आज लोगों की सेवा कर रहे हैं।
शाह ने कहा कि मौजूदा वक्त में जम्मू-कश्मीर में युवा विकास, रोजगार और पढ़ाई की बात कर रहा है। यह बहुत बड़ा बदलाव है। मैं आपको यकीन दिलाता हूं कि जम्मू-कश्मीर की शांति में जो भी खलल डालना चाहेगा उससे हम सख्ती से निपटा जाएगा। शाह ने कहा- अब कोई कितनी भी ताकत लगा ले बदलाव की बयार को कोई नहीं रोक सकता है।
समाचार एजेंसी के मुताबिक जम्घ्मू-कश्मीर के अपने दौरे के पहले दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को श्रीनगर-शारजाह अंतरराष्ट्रीय उड़ान का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हम इसे आज से खोलने की घोषणा करते हैं। इससे पर्यटन को बढ़ावा देने और केंद्र शासित प्रदेश में अधिक निवेश लाने में मदद मिलेगी।
शाह ने अपने दौरे के पहले दिन श्रीनगर में सुरक्षा के मसले पर एक हाईलेवल समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। शाह ने राजभवन में आयोजित बैठक में अल्पसंख्यकों और गैर-स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी ली। मालूम हो कि हाल के दिनों में आतंकियों की ओर से गैर कश्घ्मीरी और हिंदू समुदाय के लोगों की लक्षित हत्याएं की गई हैं। बीते 15 दिनों में 11 नागरिक मारे जा चुके हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक सुरक्षा पर हुई उच्घ्च स्तरीय बैठक के दौरान सुरक्षा बलों की ओर से किए गए आतंकवाद रोधी और घुसपैठ रोधी उपायों पर भी चर्चा की गई। बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, नागरिक, सैन्य, अर्धसैनिक बलों और केंद्र सरकार की खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक आतंकवादियों द्वारा नागरिकों की हत्याओं के बाद जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों यानी सीएपीएफ की 50 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की जा रही हैं। कश्मीर के घनी आबादी वाले शहरों में सुरक्षा के लिए इन जवानों की तैनाती हो रही है। एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि श्रीनगर शहर में कई जगह बंकर बनाए गए हैं। इन बंकरों के पास जवानों की तैनाती होगी। मालूम हो कि साल 2014 और 2018 में इन बंकरों को हटा दिया गया था। अनुच्टेद 370 को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर की यह शाह की पहली यात्रा है।

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