गंगा के मूल स्वरुप को बनाए रखने के लिए जागरुक होना होगा
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : नेहरू युवा केंद्र, पौड़ी, (युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार) द्वारा विकासखण्ड कोट के नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत चयनित गंगा गांव के 50 युवाओं का दो दिवसीय गंगादूतों का प्रशिक्षण खन्दूखाल में सम्पन्न हुआ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजकीय इंटर कॉलेज खंदूखाल के प्रभारी प्रधानाचार्य दिनेश प्रसाद उनियाल ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि गंगा की स्वच्छता के लिए इसके मूल स्वरुप को बनाए रखने के लिए जागरुक होना होगा। हमारा प्रयास सदैव पतितपावनी गंगा को स्वच्छ बनाए रखना होना चाहिए, ताकि गंगा की निर्मलता बनी रहे। एंजेलस हेवन स्कूल के चेयरमैन राजेन्द्र प्रसाद भट्ट ने कहा कि गंगा की सफाई, संरक्षण और संवर्धन के लिए चलाई जा रही गतिविधियों में युवाओं को अपनी सहभागिता निभाने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए। साथ ही ग्रामीण क्षेत्र में जन जागरुकता अभियान के माध्यम से ग्रामीणों को जागरुक करें कि गंगा में गंदगी न डालें। जिला पररियोजना अधिकारी अजय कुमार ने कहा कि अभी तक निर्धारित लक्ष्य के अंतर्गत गंगा दूतों के सात प्रशिक्षण सम्पन्न हो चुके हैं। इस माह के अंतिम सप्ताह में 200 युवाओं का जिला सम्मेलन श्रीनगर में किया जाना प्रस्तावित है। ताकि परियोजना के अग्रिम लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए गंगादूत प्रशिक्षणों में प्रशिक्षित युवाओं के साथ कार्ययोजना तैयार कर चयनित गांव में गंगा की स्वच्छता हेतु रणनीति तैयार की जाए। प्रशिक्षक योगम्बर पोली ने गीतो के माध्यम से गंगा संरक्षण की आवश्यकता पर युवाओं का ध्यान खींचा। साथ ही युवाओं से गंगा को साफ और निर्मल बनाए रखने की शपथ दिलवाई गई। प्रशिक्षण में जनासू, खंदूखाल, भैंसवाड़ा, रामपुर, मरगुण, बौंसाली तथा कांडी आदि गांव के 50 युवाओं ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर सहायक अध्यापक खंदूखाल पंकज कुमार ध्यानी, एंजेलस हेवन स्कूल के नितिन कुमार, समाज सेवक सतीश कान्त, राष्ट्रीय युवा स्वयं सेवक कविता, गंगा दूत मंदीप रावत, वंदना, अवनी भट्ट, दीपक बमराड़ा, रिषभ बिष्ट और पवन डंगवाल आदि उपस्थित रहे।