बिजली की दरों को बढ़ाने का विरोध शुरू
हल्द्वानी। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने सरकार के बिजली की दरों को बढ़ाने का विरोध शुरू कर दिया है। व्यापारी नेताओं ने कोरोना काल में ऊर्जा निगम के दरें बढ़ाने को शर्मनाक बताया है। प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष विपिन गुप्ता ने कहा कि सरकार ने ऐसे समय में विद्युत दरों में बढ़ोतरी की है, जिस समय पूरा देश कोरोना जैसी महामारी के संकट से जूझ रहा है। सरकार का यह निर्णय काफी शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में आम जनता सरकार की ओर देखते हुए रहम की उम्मीद लगाए हुए है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार का जनविरोधी फैसला समझ से परे है। जिला महामंत्री हर्षवर्धन पांडे ने कहा कि इस समय व्यापार बंद होने से व्यापारियों को टैक्स, बैंक किश्त, दुकान किराया आदि कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे समय में सरकार का रवैया निंदनीय है। कोरोना महामारी के कम होने पर जनविरोधी फैसलों को लेकर सरकार से आरपार की लड़ाई शुरू की जाएगी। यदि सरकार ने बढ़ी विद्युत दरों को वापस नहीं लिया तो पूरे जिले में विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
आप का भी विद्युत दरें बढ़ाने का विरोध
सरकार के विद्युत दरें बढ़ाने के फैसले का आम आदमी पार्टी ने भी विरोध शुरू कर दिया है। आप ने कहा कि बिजली की इस बढ़े दर से आम उपभोक्ताओं पर र्आिथक बोझ बढ़ेगा। कोरोना काल में जनता पर र्आिथक बोझ बढ़ाकर सरकार ने संवेदनहीनता का परिचय दिया है।
आप प्रदेश प्रवक्ता समित टिक्कू ने सरकार के विद्युत दरें बढ़ाने के फैसले पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि लोग कोरोना से मर रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं है। पूरे राज्य में त्राहिमाम मचा है। दूसरी तरफ संवेदनहीन हो चुकी सरकार ने आम जनता पर बिजली के दाम बढ़ाकर र्आिथक बोझ और बढ़ा दिया है। लॉकडाउन लगने से रोजगार लगातार खत्म हो रहे हैं। हजारों लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा है। लोग बीते साल के नुकसान से अभी तक नहीं उबर पाए हैं। ऐसे हालात में बिजली की दरें बढ़ाना सरकार की जनता के प्रति जवाबदेही पर सवालिया निशान खड़ा करती है।