परंपरागत नौली, स्रोतों पर वैज्ञानिक तकनीक के आधार पर करें कार्य
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई आजीविका के क्षेत्र में ऐसे सभी तरह की गतिविधियों को प्लानिंग में रखने को कहा। जिससे लोेगों की आजीविका के संबद्र्धन में विकास हो सकें। उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत होने वाले कार्य में परंपरागत नौली, स्रोतों पर वैज्ञानिक तकनीक के आधार पर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने स्कूल के कार्य पर विशेष ध्यान देने तथा ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन व न्यूट्रीगार्डन/वाटिका पोषण सहित अन्य योजनाओं पर भी सफल प्लानिंग के तहत कार्य करने को कहा।
विकास भवन सभागार पौड़ी में मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई की अध्यक्षता में लोक योजना अभियान के अन्तर्गत सहभागी ग्राम पंचायत विकास योजना हेतु एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। मुख्य विकास अधिकारी श्री भटगाई ने कहा कि लोक योजना अभियान के अन्तर्गत सबका योजना सबका विकास 2020 के तहत सहभागी ग्राम पंचायत विकास योजना जीपीडीपी के निर्माण का कार्य किया जाना है। उन्होने कहा कि गत वर्ष की भांति वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए ग्राम पंचायत विकास योजना की प्लानिंग बनाये जाने है। जिस हेतु 2 अक्टूबर 2020 से 31 दिसम्बर 2020 तक समस्त ग्राम पंचायत के लिए लोक योजना अभियान 2020 के अन्तर्गत डॉ एपीजे अब्दुल कलाम ग्राम बदलाव योजना के अधीन सहभागितापूर्ण जीपीडीपी निर्मित की जानी है। उन्होने कहा कि क्षेत्र में आयोजित होने वाले बैठकों में अपेक्षा के अनुरूप परिणाम नहीं आते है। जिस हेतु कार्य को गंभीरता से लेने के निर्देश दिए। कहा कि योजना को सही तरिके से धरातल पर लाने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों की आपसी बेहतर समन्वय के साथ साथ योजना को लेकर मंथन होना चाहिए। तांकि योजना को वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर स्वरूप मिल सके। जिससे योजना दीर्घकाल तक चल सकें। उन्होंने रेखीय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपनी-अपनी संचालित योजनाओं को कन्वर्जन के तहत कार्य करना सुनिश्चित करें। उन्होंने आजीविका के क्षेत्र में ऐसे सभी तरह के गतिविधियों को प्लानिंग में रखने के निर्देश दिये। जिससे लोेगों की आजीविका के संबद्र्धन में विकास हो सकें। जल जीवन मिशन के तहत होने वाले कार्य में परंपरागत नौला, स्रोतों पर वैज्ञानिक तकनिक के आधार पर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होने स्कूल के कार्य पर विशेष ध्यान देने तथा ठोस तरल अपशिष्ट प्रबंधन व न्यूट्रीगार्डन/वाटिका पौषण सहित अन्य योजनाओं पर भी सफल प्लानिंग को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
कोविड 19 महामारी के प्रभावी रोकथाम के दृष्टिगत जीपीडीपी निर्माण हेतु ग्राम सभा की खुली बैठकों के स्थान पर ग्राम पंचायत की बैठकों का आयोजना किया जाना है। जिसमें संविधान में वर्णित 29 विषयों से संबंधित विभिन्न रेखीय विभागों के ग्राम स्तर, खण्ड स्तरीय के कार्मिक प्रतिभाग करेंगे। उक्त कार्य को सुचारू रूप से संचालन हेतु विकास खण्ड स्तर पर जीपीडीपी निर्माण को प्रभावी बनाने के उद्देश्य से फेसिलिटेटर के कार्यों की रिपोर्टिग एवं अनुश्रवण के लिए विकास खण्डवार नोडल अधिकारी की तैनाती की गई हैै। कार्यशाला में एपीडी सुनील कुमार, विकास अधिकारी वेदप्रकाश द्वारा भी जीपीडीपी निर्माण हेतु अधिकारियों को विस्तृत जानकारी के साथ प्रशिक्षण दिया। जबकि डीपीआरओ एमएम खान ने प्रोजेक्टर के माध्यम से लोक योजना अभियान के अन्तर्गत सहभागी ग्राम पंचायत विकास योजना हेतु एक दिवसीय कार्यशाला की प्रस्तुती दी। इस अवसर पर मुख्य कृषि अधिकारी देवेन्द्र सिह राणा, मुख्य शिक्षा अधिकारी एमएस रावत, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी संजय शर्मा, अ0अ0 लघु सिंचाई राजीव रंजन, परियोजना प्रबंधक स्वजल दीपक रावत, जिला सेवा योजन अधिकारी मुकेश रयाल सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित थे।