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दिल्ली मेट्रो और और बसों में खड़े होकर सफर करने की मिली अनुमति, लाखों यात्रियों को मिली राहत

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नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान लगाए गए लाकडाउन के बाद अब बसों और मेट्रो में यात्री खड़े होकर भी यात्रा कर सकेंगे। मगर दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने अपने आदेश में मेट्रो और बसों के कैपिंग भी लगा दी है। यानी अब मेट्रो में पहले की तरह सभी सीटों पर बैठने की अनुमति के साथ अब प्रति बोगी में 30 यात्री खडेघ्े होकर यात्रा कर सकेंगे, वहीं डीटीसी व क्लस्टर सेवा की बसों में सीटों पर बैठने की सभी सीटों पर पहले की तरह अनुमति रहेगी।
इसके अलावा अब बैठने की क्षमता के अनुसार 50 फीसद यात्री ही खडेघ् होकर यात्रा कर सकेंगे। यानी बसों में जितने यात्री बैठकर यात्रा कर रहे होंगे, उससे आधे ही खडेघ् हो सकेंगे।डीडीएमए के इस आदेश से लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। नई व्यवस्था तत्काल प्रभाव से लागू मानी जाएगी।
डीडीएमए ने अपने आदेश में साफ किया है कि दिल्ली में प्रदूषण की बढ़ चुकी समस्या के चलते यह राहत दी गई है कि जिससे अधिक से अधिक लोग निजी वाहन छोड़कर बसों का उपयोग कर सकें।मगर इस बारे में बसों और मेट्रो में कोराना से बचाव के नियमों का भी पूरी तरह से पालन करना होगा। संबंधिति विभागों को इसके लिए जिम्मेदारी निभानी होगी।
डीडीएमए ने कहा है कि यह आदेश 15 नवंबर को जारी किए गए आदेश का संशोधन है जो एक दिसंबर की सुबह तक प्रभावी माना जाएगा। बसों और मेट्रो में खडेघ् होकर यात्रा करने की अनुमति देने की मांग काफी समय से उठ रही थी। दिल्ली में बढ़ चुकी प्रदूषण की समस्या के मद्देनजर गत दिनों दिल्ली सरकार ने इस बारे में प्रस्ताव तैयार करा कर डीडीएमए को भेजा था। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने उम्मीद जताई है कि डीडीएमए के इस आदेश से काफी राहत मिल सकेगी।
बता दें कि इससे पहले डीडीएमए ने गत 25 जुलाई को मेट्रो और बसों में सभी सीटों पर यात्रा करने की अनुमति दी थी।उससे पहले कोविड नियमों का हवाला देते हुए 19 अप्रैल से यह पाबंदी थी कि लोग मेट्रो और बसों में एक सीट छोड़ कर बैठ सकते थे। यात्रियों को मेट्रो और डीटीसी, क्लस्टर एवं इंटर स्टेट बसों के इंतजार में काफी देर खड़े रहना होता था।
डीडीएम ने अपने आदेश में आटो, टैक्सी, ग्रामीण सेवा व ई रिक्शा को सीटिंग कैपेसिटी के मामले में टूट नहीं दी है। आटो, टैक्सी, ई रिक्शा, कैब, ग्रामीण सेवा और फटफट सेवा में अभी दो यात्रियों की बैठ सकते हैं। जबकि मैक्सी कैब में पांच यात्री और आरटीवी में 11 यात्री तक बैठ सकते हैं।

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