भटवाड़ी में तहसील दिवस का बहिष्कार कर धरना दिया
उत्तरकाशी। तहसील दिवस में जिला स्तरीय अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर भटवाड़ी के स्थानीय जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने जिला प्रशासन पर उपेक्षा का अरोप लगाते हुए मंगलवार को भटवाड़ी में आयोजित तहसील दिवस का बहिष्कार किया। ग्रामीणों ने प्रशासन के विरुद्घ जमकर नारेबाजी की। वहीं तहसील भवन सहित अन्य मांगों को लेकर सांकेतिक धरना दिया। तय कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को जिला मुख्यालय से 32 किमी़ दूर भटवाड़ी में तहसील दिवस का आयोजन किया गया। लेकिन परगना मजिस्ट्रेट भटवाड़ी चतर सिंह चौहन सहित मुस्किल से दो अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। लेकिन जल संस्थान, जल निगम, सहित अन्य प्रमुख विभागों के अधिकारी नही पहुंचे। जिस पर प्रतिनिधियों ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और तहसील दिवस का बहिष्कार कर दिया। कहा कि सरकार सीमांत तहसील भटवाड़ी की निरंतर उपेक्षा कर रही है। अगले आने वाले तहसील दिवस पर यदि सभी अधिकारी उपस्थित नहीं हुए तो सभी जनप्रतिनिधि आंदोलन को बाध्य होंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 से भूं धसाव के कारण तहसील भवन ध्वस्त हो गया था। ग्रामीणों की मांग पर राज्य सरकार ने डामक नामे तोक में तहसील भवन एवं आवासीय कालोनियों के निर्माण के लिए बजट स्वीत किया। लेकिन अभी तक तहसील भवन का निर्माण नहीं हो पाया है। जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और एसडीएम को ज्ञापन प्रेषित कर शीघ्र भवन निर्माण की कार्यवाही शुरू करने की मांग की।
इस मौके पर क्षेत्र पंचायत सदस्य अंकिता राणा, विपिन राणा, सुनील रावत, राघावानंद नौटियाल, मदन सिंह अनिता आदि ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।