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पुलवामा में सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे वाहन पर आतंकियों ने गोलियां चलाईं

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श्रीनगर , एजेंसी। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बुधवार को सुरक्षाकर्मियों को ले जा रहे वाहन पर आतंकियों ने गोलियां चलाईं। पुलिस के मुताबिक, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ (इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस) ने अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब दस किलोमीटर अंदर जम्मू जिले के अखनूर सेक्टर में मंगलवार को ड्रोन के जरिये दो पैकेटों में बंधे हथियार गिराए, जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया है। इनमें दो एके 47 राइफल, तीन मैगजीन, 90 गोलियां, चीन में बनी एक पिस्तौल, उसकी दो मैगजीन और 14 गोलियां थे। हथियार गिराने के बाद ड्रोन वापस चला गया।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियां अब उन लोगों का पता लगाने में जुट गई हैं, जिनके लिए हथियार भेजे गए थे। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के लगातार अभियानों से शीर्ष आतंकी कमांडर मारे जा रहे हैं। सरहद पर कड़ी सुरक्षा के चलते घुसपैठ के रास्ते बंद हैं, जिससे घाटी में सक्रिय आतंकी हथियारों की कमी से जूझ रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में दम तोड़ रहे आतंकवाद को जिंदा रखने के लिए ही पाकिस्तान आए दिन ड्रोन के जरिये हथियार गिरा रहा है। एसएसपी जम्मू श्रीधर पाटिल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि पाकिस्तान ड्रोन की मदद से जम्मू से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हथियारों का जखीरा भेजने वाला है। इस सूचना पर जम्मू से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सभी सेक्टरों में सतर्क रहने के निर्देश दिए गए थे। अखनूर के सोहल खड्ड में सोमवार रात करीब एक बजे एसडीपीओ अखनूर अजय शर्मा की देखरेख में गश्त कर रहे पुलिस और सेना के जवानों को ड्रोन की आवाज सुनाई दी।
सुरक्षाबल के जवान दौड़ कर उस स्थान पर पहुंचे तो खड्ड में उन्हें एक पैकेट पड़ा हुआ मिला, लेकिन ड्रोन वापस जा चुका था। पैकेट को खोला तो उसके अंदर हथियार थे। इसके बाद जवानों ने खड्ड को खंगालना शुरू किया तो कुछ ही दूरी पर एक और पैकेट पड़ा हुआ मिला। उसके अंदर भी हथियार थे। इस घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सर्विलांस को बढ़ा दिया गया है। सीमा के आसपास के क्षेत्रों में आतंकियों के मदद्गारों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। एसएसपी जम्मू ने कहा कि हाल ही में राजौरी, हीरानगर और कुपवाड़ा में ड्रोन की मदद से जो हथियार पाकिस्तान द्वारा भेजे गए थे वह लश्कर-ए-तैयबा के लिए थे। अखनूर से बरामद हुए हथियार का संबंध भी लश्कर से ही लग रहा है।

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