पुश्ता ढहने से मकान मलबे में दबा, तीन लोग जिंदा दफन
नई टिहरी। ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग (एनएच-94) का भारी-भरकम पुश्ता ढहने से हिंडोलाखाल के पास ग्राम खेड़ागाड में एक मकान मलबे में दब गया। मलबे की चपेट में आये मकान में तीन लोग दब गये। जिनकी इस दर्दनाक हादसे में मौत हो गई। मकान मालिक धर्म सिंह नेगी ने मलबे से किसी तरह निकलकर अपनी जान बचाई। घटना तड़के 4 बजे की है। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंच पुलिस-प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने सुबह पांच बजे ही रेसक्यू शुरू कर दिया था। लगातार के रेसक्यू कर दोहपर तक तीनों शवों को मलबे से निकाला जा सका। घटना से नाराज ग्रामीणों ने एनएच पर घटिया निर्माण का आरोप लगाते हुये रोष जाहिर कर सांकेतिक जाम भी एनएच पर लगाया। डीएम मंगेश घिल्डियाल ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिये हैं। घटना की सूचना पर कृषि मंत्री सुबोध उनियाल व पूर्व विधायक ओम गोपाल भी मौके पर पहुंचे। शवों का पीएम नरेंद्रनगर में किया गया। बीती देर रात से हो रही भारी बारिश के बीच सुबह तड़के चार बजे हिंडोलखाल के निकटा ग्राम सभा खेड़ागाड में एनएच-94 का भारी-भरकम पुश्ता ढहने के कारण उसके नीचे लगा दो मंजिला भवन मलबे की चपेट में आ गया। मलबे की चपेट में आने से किसी तरह से शिक्षा विभाग में कार्यरत मकान स्वामी धर्म सिंह नेगी, जो एक कमरे में सो रहे थे ने अपनी जान मलबे के बीच से निकलकर किसी तरह से बचाई, लेकिन मकान के ढहने से मलबे में दूसरे कमरे में सो रहे धर्म सिंह नेगी का पुत्र अंकित (18), बेटी बिनीता (25) व साढू भाई कमल सिंह की पुत्री नीलम (23) मकान के भीतर ही मलबे में दब गये। ग्रामीणों ने मलबे से मकान दबने की सूचना किसी तरह से पुलिस-प्रशासन को दी। पुलिस-प्रशासन एसडीआरएफ टीम के साथ सुबह पांच बजे घटना स्थल पर पहुंचे। जहां पर एसडीआरएफ व जेसीबी की मदद से रेसक्यू का काम शुरू किया गया। सुबह से दोपहर तक भारी मशक्कत से चले रेसक्यू के बाद तीनों शवों का मलबे से बाहर निकाला जा सका। रेस्क्यू के दौरान एसडीएम युक्ता मिश्र, सीओ प्रमोद शाह, एसओ मनीष उपाध्याय सहित मौजूद रहे।
कृषि मंत्री आज एनएच की बैठक लेंगे
घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय विधायक और प्रदेश के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल व पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत मौके पर पहुंचे। मंत्री सुबोध उनियाल तथा ओम गोपाल रावत ने पूरी घटना की जानकारी ली। जिसके बाद मंत्री सुबोध उनियाल ने इस दर्दनाक घटना को लेकर 1 अगस्त को दोपहर 2 बजे दिन में विकासखंड मुख्यालय में एनएच के आलाधिकारियों की बैठक बुलाई है।
एनएच के अधिकारियों ने थाने की शरण ली
घटना की सूचना पर जब एनएच के अधिकारी मौके पर पहुंचे, तो लोगों का गुस्सा भड़क गया। लोगों ने एनएच के अधिकारियों व कंस्ट्रक्शन कंपनी पर घटिया निर्माण का आरोप लगाते हुये सांकेतिक जाम भी लगाया। मौके पर पहुंची एसडीएम युक्ता मिश्र व सीओ प्रमोद शाह के समझाने पर जाम खोला। डरे हुये एनएच के अधिकारियों ने नरेंद्रनगर थाने में जाकर शरण ली। ग्रामीणों ने एनएच के अधिकारियों व कंस्ट्रक्शन कंपनी पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की। ग्रामीणों का यह भी कहना है एनएच के निर्माण में दर्जनों स्थान पर गुणवत्ताविहीन काम किया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों की जान जोखिम में बनी हुई है। जिसकी जांच करवाई जानी चाहिए।
डीएम ने दिये मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश
एनएच-94 पर हिंदोलखाल में सुबह तड़के चार बजे हुये इस घटना में तीन लोग के मलबे में दबकर करने की घटना को लेकर डीएम मंगेश घिल्डियाल ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिये हैं। जांच अधिकारी एसडीएम युक्ता मिश्र को बनाते हुये तकनीकी कारणों की जांच के लिए लोनिवि ईई मौहम्मद आरिफ, पीएमजीएसवाई ईई आरबी तिवारी व ईई सिंचाई विभाग कमल सिंह को नामित किया है। जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर डीएम ने तलब करने के निर्देश दिये हैं।