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रायसीना डायलाग: यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयेन ने किया यूक्रेन संकट का जिक्र

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नई दिल्ली, एजेसीं। यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वान डेर लेयेन ने सोमवार को रायसीना डायलाग में यूक्रेन पर रूसी हमले का जिक्र किया। उन्घ्होंने अपने संबोधन में कहा कि यूक्रेन पर रूस के हमले से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं उन्होंने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया है। दो हफ्ते पहले मैंने कीव के उपनगर बुचा का दौरा किया था जो रूसी सैनिकों के हमले में तबाह हो गया है। मैंने बमबारी से बर्बाद हो चुके स्कूल, खंडहर बन चुकी आवासीय इमारतों और अस्पतालों को देखा है। यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का गंभीर उल्लंघन है।
उर्सुला वान डेर लेयेन ने कहा कि हर पांच साल बाद जब भारत के लोग आम चुनावों में मतदान करते हैं तो पूरी दुनिया देखती है। एक जीवंत लोकतंत्र के रूप में भारत और यूरोपीय संघ मौलिक मूल्यों को साझा करते हैं। हम सभी अपने खुले और मुक्त समाजों के लिए बढ़ रही चुनौतियों को देख रहे हैं। वास्तविकता यह है कि दुनिया भर में शांति और सुरक्षा का आधार बनने वाले मूल सिद्घांत आज दांव पर हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी भी रायसीना संवाद के 7वें संस्करण के उद्घाटन सत्र में शामिल हुए।
उर्सुला वान डेर लेयेन ने कहा कि मैंने यूक्रेन में देखा कि लाशें जमीन पर पड़ी हैं। मैंने वहां सामूहिक कब्रें देखीं। मैंने रूसी सैनिकों द्वारा किए गए क्रूर अपराधों के बचे लोगों की बातें सुनीं। निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाना़.़ उनकी हत्घ्या करना़.़ स्वतंत्र लोगों पर दमन करना अंतरराष्ट्रीय कानून के गंभीर उल्लंघन हैं। हम यूरोप में रूसी आक्रामकता को अपनी सुरक्षा के लिए खतरे के तौर पर देखते हैं। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि यूक्रेन के खिलाफ किया गया रूसी हमला विफल साबित हो।
उर्सुला वान डेर लेयेन ने कहा कि आजादी के लिए लड़ने में यूक्रेन की मदद करने के लिए हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हमने प्रभावी प्रतिबंध भी लगाए हैं। दोनों देशों के अंतरराष्ट्रीय संबंधों से हम क्या उम्मीद कर सकते हैं? यह एक निर्णायक क्षण है। मौजूदा वक्घ्त में लिए गए हमारे फैसले आने वाले दशकों को आकार देंगे। रूस की आक्रामकता को दिया गया हमारा जवाब अंतरराष्ट्रीय प्रणाली और वैश्विक अर्थव्यवस्था दोनों का भविष्य तय करेगी।
उर्सुला वान डेर लेयेन ने कहा कि इस साल फरवरी में रूस और चीन ने एक अनर्गल समझौता किया है। उन्होंने घोषणा की है कि उनके बीच की दोस्ती की कोई सीमा नहीं है। हमें यह विचार करना होगा कि यूरोप और एशिया के लिए इसके क्घ्या मायने हैं। वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि रायसीना संवाद में सात वर्षों में 99 देशों के 1200 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। मैं यह पूरी विनम्रता से कह सकता हूं कि रायसीना संवाद अपने आप में एक सर्वश्रेष्ठ प्रयास है। यह जैसे जैसे विकसित होता गया़.़ इसमें यूरोप एक बड़ा भागीदार बना।
दिलीप घोष ने एएनआई से हुई बातचीत के दौरान उम्घ्मीद जताई कि पार्टी की इस रणनीति से उन्घ्हें वर्ष 2024 के आम चुनाव में जबरदस्घ्त सफलता मिलेगी। उन्घ्होंने कहा कि इससे पार्टी के अनुरूप परिणाम सामने आने की पूरी उम्घ्मीद उन्घ्हें है। आज इस बारे में हुई बैठक की अध्घ्यक्षता भाजपा के उपाध्घ्यक्ष बेज्घ्यंत जय पांडे ने की थी। इस बैठक में दिलीप घोष ने भी हिस्घ्सा लिया था। उनके अलावा सीटी रवि और दूसरे सदस्घ्य में भी इस बैठक में शामिल हुए थे।
2024 के आम चुनाव पर बात करते हुए घोष ने बताया कि 2024 आने ही वाला है। इन आम चुनाव के बाद देश में एक बार फिर से नरेन्घ्द्र मोदी की सरकार बनेगी। इस राह में आने वाली हर दिक्घ्कत को दूर किया जाएगा। उन्घ्होंने ये भी कहा कि पार्टी ने इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। घोष ने इस बैठक से पहले बताया था कि अपने लक्ष्घ्य को पाने के लिए पार्टी ने दूसरी कमेटियां भी गठित करेगी, जो अलग-अलग काम के लिए बनाई जाएंगी। इसमें पार्टी के हर कार्यकर्ता को अलग जिम्घ्मेदारी दी जाएगी।
उनके मुताबिक आज जो बैठक हुई उसमें पार्टी कार्यकर्ताओं से इस बारे में बातचीत की गई। इस बारे में उनसे राय ली गई और उनसे इसमें बेहतरी के सुझाव भी मांगे गए। गौरतलब है कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने पंजाब छोड़कर सभी में अपनी सरकार बनाई है। यूपी में भाजपा ने दूसरी बार लगातार सरकार बनाने में सफलता हासिल की है। इसके अलावा मिजोरम, उत्घ्तराखंड और गोवा में भी पार्टी ने सरकार बनाई है।

 

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