रिगाल से निर्मित वस्तुओं को प्रशिक्षण शुरू किया
रुद्रप्रयाग। जिला उद्योग विभाग के तत्वाधान में केदारघाटी के सुदूवर्ती गांव पिठोरा में रिगाल से निर्मित वस्तुओं को प्रशिक्षण शुरू हुआ। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार के अवसर मुहैया कराने के साथ ही आर्थिकी मजबूत करना है। प्रशिक्षण में चालीस प्रशिक्षणार्थी प्रतिभाग कर रहे है। गुप्तकाशी क्षेत्र के पिठोरा में आयोजित रिगाल का प्रशिक्षण पांच माह तक चलेगा। प्रयशिक्षण में परंपरागत उत्पाद कंडी, सुप्पा के साथ डिजाइन वाले उत्पाद लैंप शेड, टी ट्रे, डस्टवीन, कलमदान, फूलदान, टोकरी, डलिया एवं सजावटी सामान आदि बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। साथ ही प्रशिक्षण के दौरान प्रत्येक अभ्यर्थी 7500 रु प्रतिमाह मानदेय भी दिया जाएगा। प्रशिक्षण मास्टर क्राफ्टमैन प्रदीप द्वारा दिया जा रहा है। इसके लिए उद्योग विभाग की ओर से एक डिजाइनर रमेश रार को नियुक्त किया गया। मास्टर क्राफ्टमैन प्रदीप ने बताया कि प्रत्येक अभ्यर्थी प्रशिक्षण के बाद गांव में ही अपना रोजगार पैदा कर सके। इसके लिए उन्हें पूर्ण रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। जिससे वास्तविक लाभ मिलने के साथ ही पहाड़ से पलायन व बेरोजगारी की समस्या दूर हो सके।