उत्तराखंड

स्कूल बस से कुचलकर बालिका की मौत, हंगामा

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रुद्रपुर। प्रीत विहार में शुक्रवार सुबह स्कूल बस से कुचलकर एक सात वर्षीय बालिका की मौत हो गई। इससे गुस्साए लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों ने पथराव कर बस का पीटे का शीशा तोड़ दिया। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच चालक को हिरासत में ले लिया। इसके बाद भी लोगों ने चालक के साथ धक्का-मुक्की की। साथ ही ट्रैक्टर ट्रली लगाकर रास्ता भी जाम किया। बाद में विधायक, पूर्व विधायक व पुलिस ने दबाव बनाकर बस मालिक से पीड़ित परिवार को दो लाख की आर्थिक मदद का भरोसा दिलाया। इसके बाद लोग शांत हुए। लगभग चार घंटे तक हंगामा चलता रहा।
जानकारी के मुताबिक, एक निजी स्कूल की बस सुबह साढ़े सात बजे बच्चों को लेने के लिए प्रीत विहार फेस टू में गई थी। इस बस को 70 वर्षीय चालक राजेंद्र कुमार चला रहा था। गली नम्बर 4 के पास बस पहुंची तो चालक ने उसे रोक दिया। बस के पीटे प्रीत विहार निवासी संजीव शर्मा की 7 वर्षीय पुत्री नेहा शर्मा थी। चालक ने अचानक बस को पीटे की तरफ चला दिया, इससे नेहा बस की चपेट में आ गई। जब तक चालक को लोग आवाज देकर बस रोकने का इशारा करते, तब तक नेहा पूरी तरह बस की नीचे आ गई और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर जुट गए। उन्होंने बस चालक को पकड़ लिया। बालिका की मौत की सूचना मिलते ही प्रीत विहार के अन्य लोग भी इकट्ठे हो गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई और भीड़ के कब्जे से ड्राइवर को अपनी अभिरक्षा में ले लिया। लोगों का गुस्सा देखकर भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर बुला लिया गया। भीड़ में महिलाओं की संख्या भी अधिक थी, जिसको देखते हुए रिजर्व में तैनात महिला कांस्टेबल की टुकड़ी भी मौके पर पहुंच गई। सीओ व कोतवाल के ढुलमुल रवैये से लोगों का पारा और चढ़ गया। उन्होंने प्रीतविहार से हाईवे आने वाले रास्ते पर हंगामा करना शुरू कर दिया। उधर, बालिका के शव को उठाकर सड़क किनारे रख दिया और चारों तरफ महिलाएं बैठ गईं। मृत बालिका की मां बार-बार अपनी बच्ची के लिए रो रही थी। पुलिस ने अभिरक्षा में लिए चालक राजेंद्र कुमार को थाने ले जाने का प्रयास किया तो लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर चढ़ गया। लोगों ने पुलिस अभिरक्षा में ही चालक के साथ धक्का-मुक्की की। लोग चालक को वार्ता होने से पहले ले जाने का विरोध कर रहे थे। पुलिस लोगों की भीड़ के सामने लाचार हो गई और चालक को थाने ले जाने के स्थान पर अपनी बस में बैठा दिया। लोगों ने बस को जाने से रोकने के लिए ट्रैक्टर ट्रली लगाकर रास्ता जाम कर दिया।
सूचना मिलने पर विधायक शिव अरोड़ा, पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल व पूर्व पालिका अध्यक्ष मीना शर्मा मौके पर पहुंच गए। विधायक अरोड़ा पीड़ित परिवार को आर्थिक मदद दिलाने के लिए प्रयास करते रहे, लेकिन एक बार ऐसा समय आया कि लोग पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के पास आ गए और उनसे इस पूरे प्रकरण में मध्यस्थता करने का अनुरोध किया। पूर्व विधायक ने जब दबाव बनाया तो बस मालिक आ गए और फिर विधायक शिव अरोड़ा की मौजूद्गी में पीड़ित परिवार को दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का समझौता हुआ।

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