कोटद्वार-पौड़ी

सरकार को आर्थिक विकल्पों पर गौर करने की आवश्यकता

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा की बैठक में पुरानी पेंशन बहाली हेतु केंद्र और राज्य सरकार पर दबाव बनाने हेतु रणनीति तय की गई। प्रदेश अध्यक्ष अनिल बडोनी ने कहा कि देश जिस संकट काल से गुजर रहा है उससे निबटने के लिए कर्मचारी का एनपीएस स्कीम में जमा पैसा जीपीएफ में परिवर्तित कर उसे उपयोग कर देश के आर्थिक संकट से निबटा जा सकता है। सरकार को आर्थिक विकल्पों पर गौर करने की आवश्यकता है। जिसके लिए एनपीएस का शेयर में लगा पैसा एक अच्छा विकल्प है। वर्तमान में कर्मचारी निर्भीक होकर कोरोना से लड़ रहे हैं, संक्रमित होकर गंभीर परिणाम भुगत रहे हैं, परंतु अपनी जगह पर मजबूती से डटे हुए हैं।
बैठक को संबोधित करते हुए मोर्चा के प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं हो जाती तब तक यह संघर्ष अनवरत रूप से जारी रहेगा। शीघ्र धरातल पर भी पुरानी पेंशन की बहाली के लिए कार्यक्रम किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि अधिकारों के लिए जमीन से लेकर सदन तक कि लड़ाई भी कई बार लड़ी गयी है और पुन: पुरानी पेंशन के लिए लड़ी जा सकती है। जीएस कोण्डल ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों के लिए सही है, क्योंकि पुरानी पेंशन जीपीएफ प्रणाली में जीपीएफ निकासी की भी व्यवस्था है, जबकि एनपीएस में जमा धनराशि निकालने की कोई व्यवस्था नहीं है। दिवाकर धस्माना, जयदीप रावत, लक्ष्मण रावत, रघुराज चौहान ने कहा कि जब एक दिन विधायक, सांसद  बनने पर उनको पेंशन दी जा सकती है तो 35 साल नौंकरी करने पर पेंशन क्यों नहीं दी जा रही है। बैठक में प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल, इंजीनियर आलोक कुमार, जयदीप रावत, संजय नेगी, लक्ष्मण रावत, प्रदीप नेगी, दीपक सिंह, वीएस राणा, विकास बिष्ट, मनमोहन, मुकेश चन्द्र राणा, सुरेश कुमार, रघुराज चौहान, राहुल सिंह, कपिल नैथानी, जगत सिंह, प्रदीप कुमार जुयाल, चंदन सिंह नेगी, मनोज कुमार आदि उपस्थित रहे।
एक अक्टूबर को काला दिवस मनायेगें कर्मचारी 
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा ने 1 अक्टूबर 2005 को उत्तराखण्ड में एनपीएस लागू होने के कारण उत्तराखंड में 1 अक्टूबर 2020 को काला दिवस मनाए जाने हेतु सभी कर्मचारियों से आह्वान किया गया। पुरानी पेंशन के होने से कर्मचारी के जीवन में एक सुरक्षित भविष्य के लिए संकटों से लड़ने के लिए ढाल थी आज कर्मचारी भविष्य में आने वाले संकट से लड़ने के लिए निहत्था है। इंजीनियर आलोक कुमार और प्रदेश महासचिव सीताराम पोखरियाल ने अपील करते हुए कहा कि 1 अक्टूबर 2005 को उत्तराखण्ड में पुरानी पेंशन और जीपीएफ व्यवस्था को बंद कर एनपीएस व्यवस्था लागू की गई थी, इसलिए 1 अक्टूबर 2020 को राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा पूरे उत्तराखंड में काला दिवस मनाएगा। सभी कार्मिक कार्यालयों में काला फीता बांधकर काम करेंगे, सोशल मीडिया में अपने स्टेटस को काला करेंगे। साथ ही रात 8 बजे से 9 बजे तक अपने घरों में लाइट बन्द करके एनपीएस का विरोध प्रदर्शन करेंगे।

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