सौ दिन से केएमओयू के पहिये जाम, लोग परेशान
अल्मोड़ा। कुमांऊ के विभिन्न मार्गों पर सेवा देने वाली केएमओयू कंपनी की बसों के पहिये कोरोना संक्रमण के चलते 100 दिनों से जाम हैं। जिला मुख्यालय से
भिकियासैंण व सल्ट को सेवा देने वाली एक मात्र बस अल्मोड़ा मौलेखाल का संचालन भी शुरू नहीं सका है। बस का संचालन नहीं होने से अधिक धनराशि टैक्सी
बुक कर लोगों को जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है। रामनगर व हल्द्वानी से विभिन्न मार्गों पर वर्षों से सेवा दी रही केएमओयू की बसों का संचालन बंद हुये सौ
दिन पूरे हो गये हैं। जिससे बस मालिकों को तो भारी आर्थिक नुकसान हुआ ही है। वहीं चालक परिचालक भी बेरोजगारी का दंश झेलने को मजबूर हैं। दूसरी ओर
भिकियासैंण, सल्ट व स्याल्दे विकास खंडों के कई मार्गों पर केएमयू बस इन दिनों नहीं होने से लोग गंतब्य तक पहुंचने के लिये टैक्सी बुक करने को मजबूर हैं।
जिला मुख्यालय से भिकियासैंण व मौलीखाल सल्ट को सेवा देने वाली एक मात्र बस अल्मोड़ा-भिकियासैंण-मौलेखाल पहली बार लंबे समय के लिये बंद हुई है। इधर
कोरोना संक्रमण के बाद रानीखेत- देघाट डाक सेवा की बस भी बंद है। केएमयू की यह डाक बस भतरौंजखान, चौनलिया, सिनौड़ा, स्याल्दे कियासैंण, देघाट आदि
स्थानों की डाक लाती व दूसरे दिन इन डाकघरों से रानीखेत मुख्य डाकघर ले जाती है। लेकिन इसके संचालन नहीं होने से क्षेत्र में सप्ताह में एक दिन टैक्सी से डाक
आ व जा रही है। इसके अलावा रामनगर-बासोट-बिनायक, हल्द्वानी-देघाट, रामनगर-देघाट हल्द्वानी-बाजन, हल्द्वानी-पंतगांव, रामनगर-भिकियासैंण-बागेश्वर,
रामनगर-भतरोंजखान-अल्मोड़ा, बासोट-अल्मोड़ा, बासोट-रामनगर, हल्द्वानी-जालली मासी आदि बसों के ठप पड़े होने से भारी घाटा बस मालिकों को उठाना पड़ रहा है।
दूगने किराये पर पचास प्रतिशत यात्री ले जाने संबंधी सरकार की गाइड लाइन में भी यात्री मिलें इस पर भी संशय बना है इसलिये केएमयू के बसों का संचालन शुरू
नहीं हो सका है।