शहर की समस्याओं के निराकरण को प्रतिनिधि मंडल गठित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। स्व. सरोजनी देवी लोक विकास समिति के तत्वाधान में आयोजित विचार गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए जीएमओयूलि के अध्यक्ष जीत सिंह पटवाल ने कहा कि नगर में बढ़ते अतिक्रमण के कारण वाहनों के संचालन में भारी परेशानियां उठानी पड़ती है। गोखले मार्ग पर अतिक्रमण के कारण पर्वतीय क्षेत्रों को जाने वाले वाहनों का मार्ग बंद हो चुका है, लेकिन प्रशासन मूक दर्शक बना हुआ है। वक्ताओं ने कहा कि युवाओं को सामाजिक कार्यो में रूचि लेकर आगे आना होगा।
इस अवसर पर शहर की समस्याओं के निस्तारण के लिए अग्रिम कार्यवाही हेतु प्रतिनिधि मंडल का गठन किया गया। जिसमें जीत सिंह पटवाल, दिनेश जुयाल, रामकुमार अग्रवाल, गजे सिंह रावत, बलवान सिंह रावत, प्रेम सिंह गुसांई, धीरज बिष्ट, श्रीमती अन्नपूर्णा जोशी, विनोद कुकरेती, शिव प्रसाद कुकरेती, प्रवेश नवानी, पूरन सिंह रावत, राजेन्द्र सिंह नेगी, नारायण सिंह नेगी, कुंवर सिंह रावत, दिनेश गुसांई, सुभाष नौटियाल, एमसी केष्टवाल आदि शामिल है।
जीएमओयूलि सभागार में आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानाचार्य विनोद कुकरेती ने कहा कि सम्पूर्ण नगर निगम क्षेत्र में अव्यवस्थायें पूर्व की भांति बनी हुई है। नगर निगम गठन के बावजूद भी समस्याओं का निराकरण नहीं हो पाया है। उन्होंने कहा कि नगर की जनसंख्या वृद्धि के बावजूद वर्षों पुरानी सीवर लाइनों का सुधारीकरण नहीं हो पाया है। सीवर की गंदगी कोटद्वार नगर से सटे बिजनौर की सीमा में खुले में बहाई जा रही है। जबकि उत्तराखण्ड व उत्तर प्रदेश सरकारों के तालमेल से सीवर ट्रीटमेंट प्लांट बनाकर समाधान किया जा सकता है। पूर्व प्रधानाचार्य शिवप्रसाद कुकरेती ने कहा कि जन सहयोग से से दूरी व आबादी का आंकलन कर अलग-अलग स्थानों पर ट्रेचिंग ग्राउण्ड बनाये जा सकते है। पूर्व प्रधानाचार्य प्रवेश नवानी ने कहा कि पोस्ट ऑफिस, बिजली, पानी के बिल जमा करने के लिए वरिष्ठ नागरिकों को लाइन में घंटों खड़ा रहना पड़ता है। जिस कारण उन्हें भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए अलग से व्यवस्था की जानी चाहिए। राजेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि मोटर नगर विवाद जनभावनाओं पर बहुत बड़ा कुठाराघात है। जिसके विलम्ब के कारणों का खुलासा होना आवश्यक है। नगर फड़, ठेलियों के लिए स्थान चिन्हित किया जाना चाहिए। क्योंकि शहर में जगह-जगह सड़क किनारे फड़ और ठेलियां लगी होने से हर समय दुर्घटना का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही टे्रचिंग ग्राउण्ड की व्यवस्था करके मुक्तिधाम के मुख्य गेट के समीप से कूड़े के ढेर को साफ कर वहां पर पार्किग स्थल बनाया जाय।