सेवा समाप्त किए जाने पर आउटसोर्स कर्मचारियों में रोष
नई टिहरी। महिला सशक्तिकरण व बाल विकास विभाग में तैनात आउटसोर्स कर्मचारियों(पोषण अभियान) ने विभाग की ओर से उनकी सेवा समाप्त किए जाने पर कड़ा रोष जताया है। कर्मचारियों ने महिला सशक्तिकरण व बाल विकास निदेशक को ज्ञापन प्रेषित कर सेवा बहाली कर मांग की है। कर्मचारी संगठन न मांगों पर कार्रवाई न होने पर देहरादून निदेशालय में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की चेतावनी दी है। महिला सशक्तिकरण व बाल विकास विभाग से हटाए गए आउटसोर्स कर्मचारियों(पोषण अभियान) ने विभाग निदेशक को ज्ञापन प्रेषित कर कर्मचारियों की सेवा बहाली की मांग की है। कर्मचारियों का कहना है कि वह लंबे समय से विभाग में अपनी सेवाएं दे रहे थे, लेकिन एकाएक उनकी सेवा समाप्त किए जाने पर उनके सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है। संगठन के जिला समन्वयक राजेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, राष्ट्रीय पोषण मिशन, महिला शक्ति केंद्र सहित कई अन्य योजना के संचालन के लिए पूर्व में बाल विकास विभाग में कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी। जिनकी सेवाएं विभाग की ओर से समाप्त कर दी गई हैं, और कर्मचारियों को पांच से 8 माह तक का बकाया वेतन भी भुगतान नहीं किया गया है। जिससे उनके समक्ष आर्थिक संकट गहरा गया है। कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही उनकी सेवा बहाल नहीं की जाती है तो वह आगामी 12 अक्तूबर से महिला सशक्तिकरण व बाल विकास निदेशालय देहरादून में सांकेतिक धरना तथा 15 अक्तूबर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल को बाध्य होंगे। ज्ञापन भेजने वालों में देहरादून समन्वयक सचिन नौटियाल, नवल किशोर, सुरेंद्र सिंह बिष्ट, विजय श्रीवास्तव, सुमित खंडूरी, चाणक्य पुरोहित आदि शामिल रहे।