दिल्ली में तीसरी लहर के लिए तैयारी शुरू, 13 सदस्यीय पैनल गठित
नई दिल्ली, एजेंसी। देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है। यूपी, दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश समेत ज्यादातर राज्यों में तमाम पाबंदियां लागू हैं। कोरोना संक्रमण के नए मामलों में उतार-चढ़ाव जारी है। वहीं आज कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या में भी गिरावट दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में 2़11 लाख से ज्यादा नए कोरोना मरीज मिले हैं और 3,847 लोगों की जान चली गई है। इस बीच, देश में ब्लैक फंगस भी तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। वहीं, केरल में राज्य सरकार ने कोविड-19 के चलते अनाथ हुए बच्चों को वित्तीय मदद देने का फैसला किया है।इसके साथ ही केंद्र सरकार ने कोरोना से जान गंवाने वाले 67 पत्रकारों के परिवारों को वित्तीय सहायता देने का निर्णय लिया है। इसके अलावा केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कोविड के मौजूदा दिशा-निर्देशों को 30 जून तक जारी रखने का आदेश दिया है।यहां पढ़ें कोरोना महामारी से जुड़े सभी अपडेट्स़.़
तेलंगाना में अधिक बिल को लेकर 64 निजी अस्पतालों के खिलाफ 88 शिकायतें दर्ज की गई हैं। राज्य के जन स्वास्थ्य निदेशक श्रीनिवास राव ने बताया कि इन अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
दिल्ली सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य ढांचे को बेहतर करने के लिए एक 13 सदस्यीय पैनल का गठन किया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव(ऊर्जा) सत्य गोपाल को इसका चेयरमैन बनाया गया है।
हरियाणा में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 संक्रमण के 2322 नए मामले दर्ज किए गए। इसी अवधि में 5679 लोग ठीक हुए और 98 मरीजों की मौत हो गई। राज्य में अब कोरोना के कुल मामलों की संख्या सात लाख 50 हजार 62 हो गई है। इनमें से 28,189 सक्रिय मामले हैं।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी में शोधकर्ताओं ने कोविड-19 के वायरस में एक महत्वपूर्ण प्रोटीन की संरचना के एक हिस्से का पता लगाया है। इससे वायरस के प्रसार, बीमारी की गंभीरता को समझने और एंटीवायरल उपचार पद्घति के विकास में मदद मिल सकती है। ‘करेंट रिसर्च इन वायरोलजिकल साइंस’ में यह अध्ययन प्रकाशित हुआ है। शोधकर्ताओं के मुताबिक कोविड-19 का मौजूदा उपचार केवल लक्षणों के आधार पर होता है जबकि शरीर अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली के जरिए संक्रमण से लड़ता रहता है। अब तक ऐसी कोई एंटीवायरल दवा की पुष्टि नहीं हो पायी है जो कि वायरस के प्रसार को रोके।