कोटद्वार-पौड़ी

छात्र-छात्राओं को उद्यमिता एवं स्टार्टअप के लिए किया प्रेरित

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जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : देवभूमि उद्यमिता योजना के ब्रीफिंग सेशन में फैकल्टी एवं छात्र-छात्राओं को उद्यमिता एवं स्टार्टअप के लिए किया गया प्रेरित किया गया।
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में उत्तराखण्ड सरकार की रोजगारपरक “देवभूमि उद्यमिता योजना” के अंतर्गत प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार की अध्यक्षता में कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान अहमदाबाद, गुजरात से प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके महाविद्यालय देवभूमि उद्यमिता केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ. एसके गुप्ता तथा भौतिक विज्ञान विभाग के प्राध्यापक डॉ. मुकेश रावत ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं एवं फैकल्टी के साथ प्रशिक्षण में प्राप्त अनुभव साझा किये। उन्होनें योजना के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि उत्तराखंड सरकार, भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, अहमदाबाद के सहयोग से इस योजना के माध्यम से पचास हजार छात्रों को उद्यमिता एवं स्टार्टअप के प्रति जागरूक करने का कार्य करेगी, जिसके लिए प्रदेश भर में 125 उद्यमिता केंद्रों की स्थापना की जा रही है तथा 350 से अधिक शिक्षकों को उद्यमिता विकास के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। बताया कि सरकार का लक्ष्य देवभूमि उद्यमिता योजना के अंतर्गत 15000 नए उद्यमों की स्थापना करके चालीस हजार रोजगार के नए अवसर पैदा करना है। जिससे राज्य से हो रहे पलायन को रोका जा सकेगा। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में शीघ्र ही एक दिवसीय कार्यशाला एवं दो दिवसीय बूट कैंप के माध्यम से उद्यमिता एवं स्टार्टअप के प्रति जागरूकता बढ़ाने का कार्य किया जाएगा, जिसमें से 30 चयनित छात्रों हेतु एक 12 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने उत्तराखंड के उत्पादों, पर्यटन, आतिथ्य उद्योग, योग, होम स्टे योजना, आयुर्वेद, मत्स्य पालन इत्यादि के बारे में भी व्यापक चर्चा की। इस अवसर पर डॉ. मुकेश रावत ने उद्यमिता तथा स्टार्टअप के क्षेत्र में नवीन वैज्ञानिक तकनीकों के प्रयोग पर विस्तार से चर्चा की। भूगोल विभाग के प्राध्यापक डॉ. किशोर सिंह चौहान ने उत्तराखंड राज्य में उपलब्ध संसाधनों के माध्यम से उद्यमिता विकास पर जोर दिया। इस अवसर पर महाविद्यालय के बीएससी तृतीय वर्ष के छात्र अधिप राज रिठियल एवं कुलदीप सिंह ने भी अपने द्वारा स्थापित किए गए स्टार्टअप के अनुभव साझा किये। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर जानकी पंवार ने उद्यमिता एवं स्टार्टअप के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि महाविद्यालय तथा कोटद्वार के आसपास के क्षेत्र के युवाओं को उद्यमिता, स्टार्टअप, कौशल विकास तथा स्वरोजगार हेतु जागरूक एवं प्रोत्साहित करने का कार्य महाविद्यालय उद्यमिता केंद्र द्वारा शुरू किया जा चुका है। उन्होंने स्थानीय युवाओं एवं छात्रों में प्रतिभा व कौशल की खोज करने, उद्यमिता और स्टार्टअप के प्रति जागरूकता बढ़ाने, विभिन्न सरकारी योजनाओं की जानकारी देने, उद्यमिता हेतु फंडिंग उपलब्ध करवाने पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि जनपद पौड़ी गढ़वाल में उद्यमिता विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि देव भूमि उद्यमिता योजना इस क्षेत्र के विकास के लिए बहुत ही कारगर साबित होगी। कार्यक्रम का संचालन डॉ. प्रियंका अग्रवाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर डॉ. सुनीता नेगी, डॉ. रिचा जैन, डॉ. अंशिका बंसल, डॉ. सुरेश कुमार, डॉ. नवरत्न सिंह, डॉ. नंदी गढ़िया, डॉ. स्मिता तिवारी, डॉ. विनोद सिंह, डॉ .तृप्ति दीक्षित, डॉ. संदीप अग्रवाल, डॉ. धर्मेंद्र कुमार, डॉ. कविता रावत, डॉ. ज्ञानेश पांडे, डॉ. विमल त्यागी, डॉ. अंकिता भट्ट आदि प्राध्यापक एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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