गजब: पौड़ी जिला चिकित्सालय से रैफर मरीजों का इलाज कर रहा उपजिला चिकित्सालय
-जिला चिकित्सालय ने दिया था मरीज को रैफर का सुझाव
उपजिला चिकित्सालय श्रीनगर में हुआ आपरेशन
राजीव खत्री
पौड़ी। जनपद पौड़ी के स्वास्थ्य विभाग में उल्टी गंगा बह रही है। जिला चिकित्सालय से जिन मरीजों को हायर सेंटर रैफर का सुझाव दिया जा रहा है उन मरीजों का सफल इलाज उपजिला चिकित्सालय में हो रहा है। जबकि बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए जिला चिकित्सालय को पीपीपी मोड पर दिया गया है। पूर्व में एक बार जिला चिकित्सालय में टांके लगाने का धागा तक उपलब्ध नहीं हो पाया था। अब एक और वाक्या सामने आया है। यहां से एक पथरी के मरीज को हायर सेंटर रैफर का सुझाव दिया गया। मरीज हायर सेंटर जाने के बजाय उपजिला चिकित्सालय श्रीनगर पहुंचा। जहां मरीज का सफल ऑपरेशन किया गया। मरीज सामान्य होने पर दूसरे दिन सुबह ही घर भी भेज दिया गया।
पीपीपी मोड पर संचालित हो रहे जिला चिकित्सालय में स्थानीय निवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने में सफल नहीं हो पा रहा है। स्थिति इतनी उलट हो गई है कि जिला चिकित्सालय से जिस मरीज को हायर सेंटर जाने का सुझाव दिया जा रहा है, उनका सफल इलाज उपजिला चिकित्सालय में हो रहा है। रविवार तडके सवा तीन बजे जिला चिकित्सालय से एक मरीज उपजिला चकित्सालय श्रीनगर पहुंचा। मरीज के तीमारदारों ने आकस्मिक विभाग के चिकित्सकों को बताया कि मरीज को पेशाब नहीं हो रही है। मरीज का पेट भी फूला हुआ था। मरीज दर्द से तड़प रहा था। अस्पताल के आकस्मिक विभाग ने अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन डॉ. लोकेश सलूजा को फोन किया। डॉ. सलूजा तत्काल मौके पर पहुंचे। डॉ. सलूजा ने बताया कि मरीज के पेशाब की नली में पथरी थी। जिससे मरीज की पेशाब बंद हो गई थी। डॉ. सलूजा ने मरीज का तत्काल आपरेशन किया और मरीज के पेशाब की नली से करीब 3 सेमी. की पथरी निकाली और सोमवार सुबह करीब 7 घर भी भेज दिया।
क्या कहना है जिला अस्पताल प्रशासन का
जिला चिकित्सालय के एमएस डॉ. गौरव रतूडी का कहना है कि उक्त मरीज तीन-चार रोज पहले जिला अस्पताल आया था। जिस पर उसे दवाइंया दी गई थी। मरीज रविवार रात दो बजे फिर आया था। मरीज को दवाइयां दी गई। मरीज का अल्ट्रासाउंड भी नहीं हुआ था। मरीज को सुझाव दिया गया कि यदि आपके ब्लाडर में पथरी हुई तो आपको हायर सेंटर जाना पड़ेगा। जिस पर मरीज ने स्वयं हायर सेंटर जाने की बात कही थी।
क्या कहते हैं डॉ. सलूजा
डॉ. सलूजा का कहना है कि रविवार रात करीब सवा तीन बजे जिला अस्पताल पौड़ी से एक मरीज पहुंचा था। मरीज के पेशाब की नली में पथरी थी। मरीज दर्द से काफी तड़प रहा था। मरीज की स्थिति को देखते हुए तत्काल आपरेशन किया गया। ऑपरेशन करीब डेढ़ घंटे चला। पथरी निकलने से मरीज की स्थिति सामन्य हो गई। सुबह मरीज को घर भेज दिया गया।