पहाड़ों में आफत की बारिश, दो की मौत, कई लापता, जम्मू में टूटा 32 साल का रिकार्ड
नई दिल्ली, एजेंसी। उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में मानसून की दस्तक के बाद लोगों की परेशानी लगातार बढ़ रही है। हिमाचल के साथ उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में भी भारी बारिश और भूस्खलन की घटनाओं के चलते अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, कई लापता भी हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में सोमवार को बारिश व भूस्खलन ने तबाही मचाई। जिले में भूस्खलन व खड्ड में बहने से दो लोगों की मौत हो गई। बोह घाटी में भूस्खलन से कई मकान ध्वस्त हो गए, जिनमें 12 लोग लापता बताए जा रहे हैं। मैक्लोडगंज के साथ लगते भागसूनाग में नाले का बहाव मुड़ने से बाजार में आई बाढ़ से कई वाहन बह गए। प्रदेश के अन्य भागों में भी बारिश व भूस्खलन से काफी नुकसान हुआ है।
शिमला के जुब्बल में कार पर चट्टान गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक अन्य घायल हो गया। शिमला जिले के कुपवी में लकड़ी से बना तीन मंजिला मकान ध्वस्त हो गया। प्रदेशभर में 184 सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश में बारिश से आई प्रातिक आपदा के संबंध में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जानकारी ली। उन्होंने ट्वीट के माध्यम से प्रदेश सरकार को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।
उत्तराखंड में भी रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है। बारिश के चलते बरसाती नदी नाले उफान पर हैं। प्रदेश में मलबा आने से करीब 150 से अधिक संपर्क मार्ग भी बंद हैं। इसके अलावा बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे पर बार-बार मलबा आने से यातायात बाधित होता रहा।
चमोली जिले में बरसाती नदी को पार करने के प्रयास में एक बाइक सवार बह गया। अभी उसका कुछ पता नहीं चल पाया है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं।