उत्तराखंड

बाजपुर चीनी मिल में अब गन्ने का जूस बर्बाद

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काशीपुर। पिछले एक हफ्ते में कई बार बंद रही बाजपुर चीनी मिल में अब बड़ी मात्रा में गन्ने का जूस बहने का मामला सामने आया है। जूस बहने के कारण मिल को लाखों रुपये के नुकसान का अनुमान है। मामले में लापरवाही पर जीएम ने चीफ इंजीनियर को जबर टुट्टी पर भेज दिया है। चीनी मिल इन दिनों बुरे दौर से गुजर रही है। बैगास की कमी से पिछले एक हफ्ते में कई बार पेराई सत्र बाधित रहा। इन सबके बीच गुरुवार सुबह 10 से छह बजे के बीच बयलिंग हाउस के बाहर हजारों लीटर गन्ने का जूस बहा दिया गया। इस जूस की कीमत लाखों रुपये में बताई जा रही है। हालांकि अधिकारियों का तर्क है कि जूस खराब हो गया था। इसलिए इसकी मड को बहाया गया है, लेकिन सूत्र बता रहे हैं इसको बहाने के बाद मिल को लाखों रुपये की आर्थिक क्षति हुई है।
इधर, चीनी मिल की पेराई सत्र के बाद से लगातार मिल संचालन में आ रही दिक्कतों के बीच किसानों ने चीफ इंजीनियर को हटाने की मांग की थी। शुक्रवार को जीएम त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने चीफ इंजीनियर अभिषेक कुमार को जबरन टुट्टी पर भेज दिया। उनके स्थान पर डिप्टी चीफ इंजीनियर नारायण पाल को चीफ इंजीनियर की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है।

बैगास की कमी से मिल फिर बंद
बैगास की कमी के कारण शुक्रवार को एक बार फिर से चीनी मिल की पेराई बंद करनी पड़ी। जीएम त्रिलोक सिंह मर्तोलिया ने बताया कि बैगास को लेकर संकट छाया हुआ है। आस पास की चीनी मिलों से बैगास मंगवाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन बैगास कहीं नहीं मिल रही है। किसानों के माध्यम से अब निजी मिलों से भी बैगास उपलब्ध कराने के लिए वार्ता की जा रही है। संभवत: जल्द ही बैगास का संकट दूर कर दिया जाएगा।

लापरवाही से जूस बहाए जाने का आरोप गलत है। मिल बंद होने के चलते जूस खराब हो गया था। इसकी मड को बहाया गया है। हां, इससे मिल को कुछ आर्थिक नुकसान जरूर हुआ है। किसानों व अधिकारियों के बीच सामंजस्य बैठाकर मिल को सुचारू रूप से चलाये जाने का प्रयास किया जा रहा है।
-त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, जीएम बाजपुर चीनी मिल

जीएम ने मामले की रिपोर्ट एमडी को भेजने की कही बात
चीनी मिल का पेराई सत्र नवंबर में शुरू हुआ था, लेकिन उसके बाद से लगातार मिल संचालन में दिक्कतें आ रही हैं। चीनी मिल की छोटी और बड़ी चेन एवं बैगास की कमी के कारण बयलर ना चल पाने से गन्ने की पेराई नहीं हो पा रही। किसानों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए शुक्रवार को जीएम त्रिलोक सिंह मर्तोलिया चीनी मिल पहुंचे। यहां किसानों ने जीएम का घेराव किया। किसानों का कहना था चीनी मिल की मशीनरी की मरम्मत के लिए मिल प्रशासन को एक लंबा समय मिलता है, लेकिन उसके बावजूद मशीनरी की दुर्दशा है। इसके लिए साफ तौर पर चीफ इंजीनियर दोषी हैं। किसानों ने दो टूक कहा है कि वह चीफ इंजीनियर को सस्पेंड करें और उनकी जगह किसी अन्य चीफ को यहां भेजें जो मिल को चला सके। नहीं तो किसान आंदोलन करेंगे। जीएम ने किसानों को कहा कि किसी अधिकारी का सस्पेंशन करना उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर है। ऐसे में वह इसकी रिपोर्ट एमडी फेडरेशन को सौंपेंगे। फिलहाल चीफ इंजीनियर अभिषेक को कुछ दिनों के लिए टुट्टी पर भेजा जा रहा है। यहां अजीत प्रताप रंधावा, विक्की रंधावा, बिजेंद्र डोगरा, प्रताप संधू, गुरचरण सिंह, जसवीर सिंह, हरेंद्र हुड्डा आदि अनेकों किसान मौजूद रहे।

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