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ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण, सतह से सतह पर मार की क्षमता

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नई दिल्ली, एजेंसी। भारत ने आज अंडमान और निकोबार में सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने जानकारी दी कि विस्तारित दूरी की इस मिसाइल ने सटीक सटीकता के साथ अपने लक्ष्य को भेदा है।
भारत ने बुधवार को रक्षा मंत्रालय में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। मिसाइल का सफल परीक्षण अंडमान और निकोबार में किया गया। इस मिसाइल परीक्षण को देखने के लिए एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और अन्य रक्षा अधिकारी मौजूद थे।
भारत ने बुधवार को सतह से सतह पर मार करने वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण किया। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि ये परीक्षण अंडमान एवं निकोबार में हुआ। अधिकारियों के अनुसार बढ़ी हुई रेंज की इस मिसाइल ने टारगेट पर सटीक निशाना लगाया।
अधिकारियों ने बताया है कि ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के इस सफल परीक्षण को लेकर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने शुभकामनाएं दी हैं। बता दें कि एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी तैयारियों की समीक्षा करने के लिए केंद्रशासित प्रदेश अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में मौजूद थे।
दूसरी ओर, ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल के ‘चूक’ द्गने के हादसे की विस्तृत जांच वायुसेना मुख्यालय के एक एयर वाइस मार्शल कर रहे हैं। यह पद सेना के मेजर जनरल के बराबर है। यह मिसाइल 9 मार्च को दुर्घटनावश पाकिस्तान में जाकर गिरी थी। सरकारी सूत्रों ने बताया कि प्रथमदृष्टया ग्रुप कैप्टन रैंक के एक अधिकारी को इसका कसूरवार माना जा रहा है।

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सूत्रों ने बताया कि दोषी माने जा रहे अधिकारी मिसाइल सिस्टम के मोबाइल कमांड पोस्ट के इंचार्ज थे और अपने होमबेस पर कमांड एयर स्टाफ इंस्पेक्शन (सीएएसआई) के दौरान दुर्घटनावश मिसाइल फायर हो गई। हालांकि, सूत्रों का कहना है कि समयबद्घ तरीके से जांच पूरी होगी और इसके बाद ही पूरी जानकारी सामने आ सकेगी। उनका कहना है कि मामले की जांच कर रहे एयर वाइस मार्शल बहुत ही योग्य अधिकारी हैं और वायुसेना मुख्यालय में अपरेशंस इंचार्ज हैं।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने 15 मार्च को संसद में कहा था कि पाकिस्तान में जाकर गिरी मिसाइल के दुर्घटनावश लांच की घटना की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा था कि भारतीय मिसाइल प्रणाली पूरी तरह से विश्वसनीय और सुरक्षित है। भारतीय सशस्त्र बल ऐसी प्रणालियों को संभालने में पूरी तरह से सक्षम हैं।
पाकिस्तान इस घटना को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के खिलाफ उठाने की कोशिश कर रहा है। उसे यह नहीं पता है कि उसके यहां आकर गिरी ब्रह्मोस मिसाइल मात्र सामरिक प्रणाली थी और उसमें कोई शस्त्र या हथियार नहीं था। साथ ही मिसाइल से पाकिस्तान में जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ। भारत ने इस घटना पर खेद भी प्रकट किया था।

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