आपदा प्रभावित नगदी के लिए भी तरसे
पिथौरागढ़। मदकोट क्षेत्र में इंटरनेट सेवा का साथ न मिलने से आपदा प्रभावित नगदी के लिए भी तरस गए हैं। इंटरनेट सेवा बाधित रहने से बैंक में लेनदेन पूरी तरह से ठप है। जिससे पेंशनरों के साथ ही आपदा प्रभावितों की मुश्किल बढ़ गई है। लोग बदहाल रास्तों और सड़कों के बीच किसी तरह 14 किमी पैदल चलकर बैंक पहुंचे। लेकिन उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। पिछले चार दिनों से यह सिलसिला जारी है। बावजूद इसके व्यवस्थाओं में सुधार के प्रयास नहीं हो रहे। भले ही सीमांत के आपदा प्रभावितों को राहत देने के दावे किए जा रहे है। लेकिन जमीनी हकीकत इससे उलट है। पिछले चार दिनों से बैंक के चक्कर काट रहे मदकोट, बंगापानी के आपदा प्रभावित और पेंशनर इसका प्रमाण हैं। बीते चार दिनों से इंटरनेट सेवा ठप रहने से बैंक में लेनदेन पूरी तरह से बंद है। इस बैंक में बंगापानी व मदकोट के पेंशनर जुड़े हैं। पेंशन व नगदी के लिए क्षेत्र के आपदा प्रभावित और पेंशनर बैंक तो पहुंच रहे हैं। बावजूद इसके उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। गुरुवार को बोना, तोमिक, गोल्फा, गोरीपार, आलम दारमा सहित विभिन्न गांवों से लोग बदहाल रास्तों के बीच किसी तरह 5 से 14 किमी पैदल दूरी नापकर बैंक पहुंचे। लेकिन उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। नगदी न मिलने से क्षेत्र के लोगों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है। बावजूद इसके व्यवस्थाओं में सुधार के प्रयास नहीं हो रहे।
इंटरनेट सेवा ठप रहने से सरकारी कामकाज भी प्रभावित
मुनस्यारी। इंटरनेट सेवा ठप रहने से सरकारी कामकाज प्रभावित होने के साथ व्यापारियों को भी खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है। साइबर कैफे में इन दिनों बढ़ी संख्या में बेरोजगार नौकरी के लिए आवेदन पत्र भरने को पहुंच रहे हैं। लेकिन उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ रहा है। इसका खामियाजा कारोबारियों को भी भुगतना पड़ रहा है। इंटरनेट सेवा ठप रहने से लोगों के जरूरी काम भी नहीं हो पा रहे हैं।
इंटरनेट सेवा ठप रहने से बैंक में लेनदेन बंद है। संबंधित विभाग को इसकी जानकारी दी गई है। जल्द व्यवस्था में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। -योगेश सिंह पांगती, प्रबंधक, एसबीआई, मदकोट।