जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, थलीसैंण में एंटी ड्रग सेल के तत्वावधान में मिशन ड्रग फ्री कैंपस के अंतर्गत “एक युद्ध नशे के विरुद्ध” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि नशे पर रोक लगाने में छात्रों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। छात्र अपने स्कूल, कॉलेज और समाज में नशे के खिलाफ जागरूकता फैला सकते हैं। वे अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को नशे के खतरों के बारे में बता सकते हैं और उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं।
कार्यक्रम का संचालन करते हुए नोडल अधिकारी एंटी ड्रग सेल डॉ. विवेक रावत ने मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम हेतु हेल्पलाइन नंबर 1933 के बारे में बताया। कहा कि सरकार के गृह मंत्रालय एवं एनसीबी के द्वारा 18 जुलाई, 2024 को राष्ट्रीय मादक पदार्थो हेल्पलाइन 1933 शुरू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों को नशे के खतरे से अवगत कराना, तस्करी की जानकारी साझा करने हेतु एक सुरक्षित मंच प्रदान करना तथा पुनर्वास एवं परामर्श सेवाओं की जानकारी उपलब्ध कराना है। इस मौके पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. छाया सिंह ने सभी छात्र-छात्राओं से मादक पदार्थों की तस्करी की रोकथाम के प्रचार-प्रसार हेतु भारत सरकार के इस अभियान से सतत् जुड़े रहने के लिए प्रोत्साहित किया। कहा कि हम अपनी लड़ाई “एक युद्ध नशे के विरुद्ध” को और प्रभावी बना सके। इस अवसर पर डॉ. नीरज असवाल, डॉ. हरिओम रावत, डॉ. प्रमिल्ला चौहान उपस्थित रहे।