शादियों के महामुहूर्त पर कोरोना का साया
देहरादून । विवाह के महामुहूर्त अक्षय तृतीया पर शहर भर में बंपर शादियां होती हैं। लेकिन, इस बार अक्षय तृतीया पर कोरोना महामारी का साया है। जिसके चलते इस दिन होने वाले विवाह समारोह को लोग टालने लगे हैं।
ऐसे में आने वाले मुहूर्तों पर शादियों का जोर रहेगा। माना जाता है कि वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को कोई भी शुभ कार्य करने के लिए मुहूर्त देखने की आवश्यकता नहीं होती। अक्षय तृतीया अपने आपमें महामुहूर्त माना जाता है। इस बार यह मुहूर्त 14 मई को पड़ रहा है।
ज्योतिषाचार्य पंडित विष्णु प्रसाद भट्ट ने बताया कि हिंदू धर्म के तीन महामुहूर्तों में माघ शुक्ल पंचमी पर मनाई जाने वाली वसंत पंचमी, कार्तिक शुक्ल एकादशी को होने वाली तुलसी पूजा यानी देवउठनी एकादशी तथा वैशाख शुक्ल तृतीया यानि अक्षय तृतीया पर पंडितों से पूछे बिना कोई भी शुभ संस्कार संपन्न किया जा सकता है। लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच लोग अक्षय तृतीया के मौके पर शादी समारोह कराने से बच रहे हैं।