भ्रष्टाचार में डूबी है प्रदेश सरकार: उक्रांद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार:
उत्तराखंड क्रांति दल ने प्रदेश सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को पत्र भेजते हुए सरकार को भंग करने की मांग की है। कहा कि प्रदेश में रिश्वत लेकर नौकरी लगाई जा रही है। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने पूरे मामले की सीबीआई जांच करवाने की भी मांग की है।
रविवार को शिब्बूनगर स्थित दल के कार्यालय में बैठक का आयोजन किया गया। वरिष्ठ नेता डॉक्टर शक्ति शैल कपरवाण ने कहा कि उत्तराखंड राज्य सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है, इसलिए इसे भंग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूकेएसएसएससी, यूकेपीएससी, विधान सभा सचिवालय और राज्य सरकार की अन्य नियुक्त करने वाली एजेंसियों ने नियुक्तियों में खुला भ्रष्टाचार कर रिश्वत और सिफारिश के बल पर नियुक्तियां की। कहा कि घोटालेबाज मंत्रियों, राजनेताओं और अधिकारियों की अभी तक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तराखंड राज्य विधान सभा सचिवालय में कांग्रेस व भाजपा सरकारों के दौरान रिश्वत लेकरअधिकारी और कर्मचारी नियुक्त किए गए हैं। पिछले 20 सालों में विधान सभा सचिवालय में नियुक्तियों में करोड़ों रुपयों का अवैध कारोबार चला है। उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय में कार्यरत अधिकांश कर्मचारी और अधिकारियों का राजनेताओं की चमचागिरी करने के अलावा कोई दूसरा काम नहीं है। इस प्रकार से सरकार के पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ और प्रतिभावान बेरोजगारों के हितों के लिए लड़ाई लड़ रहा है। इस मौके पर महेंद्र सिंह रावत, पितृ शरण जोशी जगदीपक रावत, प्रकाश बमराड़ा, गुलाब सिंह रावत, हयात सिंह गुसाईं,, विनय भट्ट, राम सिंह चौहान ,सुमंत भट्ट आदि ने विचार व्यक्त किए।