विद्यार्थियों को बताया बौद्धिक संपदा का महत्व
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार में आईपीआर, आईक्यूएसी के तत्वाधान में युकास्ट द्वारा (आईपीआर) बौद्धिक संपदा अधिकार पर व्याख्यान कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमें विद्यार्थियों को बौद्धिक संपदा के महत्व के बारे में बताया गया।
आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य जानकी पंवार, मुख्य वक्ता अवधेश अग्रवाल, प्रोफेसर रमेश चौहान व महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रोफेसर एमडी कुशवाहा, डा. सरिता चौहान ने किया। कार्यक्रम संयोजिका डॉ. सरिता चौहान ने अपने वक्तव्य में बौद्धिक संपदा के महत्व को समझाते हुए उनके विभिन्न आयामों पर कार्य करने हेतु प्रेरित किया। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. एमडी कुशवाहा ने कहा कि आज के ग्लोबल युग में ज्ञान एवं सूचना के युग में बौद्धिक संपदा को सहेज कर रखना बहुत आवश्यक है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को अपनी क्रियात्मक कार्य को कॉपीराइट करवाने को प्रोत्साहित किया। महाविद्यालय के जंतु विज्ञान विभाग के डॉ. मोहन कुकरेती ने बौद्धिक संपदा अधिकार के अंतर्गत भारतीय ज्ञान प्रणाली पर कार्य करने की सलाह दी इसी। कार्यक्र में महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. जानकी पंवार ने कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कॉपीराइट के उल्लंघन करने पर होने वाले खतरों से आगाह किया।