राज्य आंदोलनकारी अवतार सिंह राणा को दी जयंती पर श्रद्घांजलि
रुद्रप्रयाग। उत्तराखंड क्रांति दल के वरिष्ठ नेता और राज्य आंदोलनकारी अवतार सिंह राणा की 77वीं जयंती पर एक श्रद्घांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर उनके कार्यों को याद करते हुए पदचिह्नों पर चलने का संकल्प लिया गया। इस दौरान जिला चिकित्सालय में सीएमएस ड आरएस पाल की देखरेख में मरीजों को फल वितरित किए गए। उक्रांद के युवा नेता मोहित डिमरी के नेतृत्व में दल, सामाजिक कार्यकर्ताओं और उत्तराखंड राज्य आंदोलन में योगदान देने वाले लोगों ने उनके जन्मदिवस को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया। उन्होंने उत्तराखंड आंदोलन में जीवन खपा देने वाले कार्यकर्ताओं का भावपूर्ण स्मरण किया और कहा कि इन लोगों के त्याग, संघर्ष और बलिदान से ही उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ। राज्य बनने के 22 वर्षों बाद भी कई सपने अधूरे हैं, इसके लिए सतत कार्य और संघर्ष करने की जरूरत है। उत्तराखंड क्रांति दल, पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष रायसिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं के त्याग, बलिदान से ही राज्य निर्माण संभव हो पाया। अब राज्य की राजधानी गैरसैंण, मूल निवास, जंगली जानवरों के आतंक से टुटकारा, स्थानीय संसाधनों पर मूल लोगों का पहला अधिकार आदि मुद्दों पर कार्य करने की जरूरत है। स्वर्गीय राणा के सहयोगी रहे पत्रकार अनसूया प्रसाद मलासी ने बताया कि राज्य आंदोलन में जनपद के संघर्षशील दिवंगत विभूतियों के कार्यों और योगदान को लिपिबद्घ किया जाएगा। उक्रांद के वरिष्ठ नेता सुंदर सिंह राणा ने कहा कि स्व राणा का जीवन संघर्ष से भरा रहा। रंगमंच के कलाकार से लेकर पहाड़ तक लगातार वे संघर्ष करते रहे। बाद में उन्हें श्रद्घा सुमन अर्पित किए गए। उनके चित्र पर अनिल भट्ट, हर्षवर्धन सिंह राणा, कुलदीप सिंह राणा आदि ने माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।