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उत्तराखंड में 24 घंटे में 110 संक्रमित मिले, मरीजों की संख्या 98 हजार पार

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देहरादून । उत्तराखंड में कोरोना संक्रमित मामले फिर बढ़ने लगे हैं। सवा महीने बाद एक दिन में सबसे अधिक 110 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, जबकि संक्रमित मरीजों की मौत के मामले थमे हैं। कुल संक्रमितों का आंकड़ा 98 हजार पार हो गया है। वहीं, बुधवार को 35 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद घर भेजा गया है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार बुधवार को 12085 सैंपलों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। वहीं, सात जिलों में 110 लोग संक्रमित मिले हैं। देहरादून जिले में सबसे अधिक 40 लोग संक्रमित मिले हैं। जबकि हरिद्वार में 34, ऊधमसिंह नगर में 18, नैनीताल में 13, पौड़ी व पिथौरागढ़ में दो-दो और अल्मोड़ा जिले में एक संक्रमित मिला है।
देश के कई राज्यों में संक्रमण फैलने के बाद में प्रदेश में फिर से कोरोना संक्रमितों का बढ़ना चिंताजनक है। 23 जनवरी 2021 को प्रदेश में 122 कोरोना संक्रमित मिले थे। इसके बाद आज 17 मार्च को सबसे अधिक संक्रमित मिले हैं।
बीते 24 घंटे के भीतर प्रदेश में एक भी संक्रमित मरीज की मौत नहीं हुई है। अब तक1704 कोरोना मरीजों की मौत हो चुकी है। वहीं, 35 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद घर भेजा गया है। इन्हें मिला कर 94250 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 672 सक्रिय मरीजों का इलाज चल रहा है।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कोविड टीकाकरण को मिशन मोड के तहत चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कांफ्रेंस पर हुई बैठक के बाद दिए।
कोरोना संक्रमण के प्रभावी नियंत्रण के लिए प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से संवाद के लिए वीडियो कांफ्रेंस बैठक की। इस बैठक में उत्तराखंड पर चर्चा नहीं हो सकी। बैठक में शामिल मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने बाद में अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जन जागरूकता पर विशेष ध्यान दिया जाए। कोविड टीकाकरण मिशन मोड पर चलाया जाए। आवश्यकता पड़ने पर वैक्सीनेशन सेंटर बढ़ाए जाए। दवाई के साथ कड़ाई भी जरूरी है।
लोगों को दो गज दूरी, मास्क की अनिवार्यता एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखने के लिए जागरूक किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आरटीपीसीआर टेस्ट पर भी विशेष ध्यान दिया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि अधिकांश आरटीपीसीआर टेस्टिंग हो। यदि किसी क्षेत्र में कोरोना के अधिक मामले आते हैं, ऐसे क्षेत्रों में माइक्रो कंटेंनमेंट जोन बनाए जाएं। टेस्ट, ट्रेक एवं ट्रीट पर विशेष ध्यान दिया जाए। इस अवसर पर मुख्य सचिव ओम प्रकाश, सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी, डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन युगल किशोर पंत एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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