वेतन सहित 13 सूत्रीय मांगों को लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने दिया धरना
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखण्ड रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद शाखा से जुड़े कर्मचारियों ने 13 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया। साथ ही सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कर्मचारियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें पांच माह से वेतन नहीं मिला है, जिस कारण परिवार के भरण पोषण का संकट बना हुआ है। उन्होंने कहा कि 28 अक्टूबर को निगम मुख्यालय देहरादून में अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया जायेगा। शाखा अध्यक्ष ने कहा कि रोडवेज कर्मियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। साथ ही कर्मचारियों से एकजुट होकर अपनी समस्याओं के समाधान के लिए संघर्ष करने पर जोर दिया गया।
मंगलवार को उत्तराखण्ड रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद शाखा के कर्मचारियों ने कोटद्वार डिपो में 13 सूत्रीय मांगों को लेकर धरना दिया। क्षेत्रीय प्रतिनिधि रामप्रकाश शर्मा ने कहा कि निगम मुख्यालय और सरकार को अवगत कराना चाहता हूं कि प्रदेश के समस्त रोडवेज कर्मचारी लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को बाहर से राज्य में लाने से लेकर सरकार के निर्देशों का पालन कर रहे है, लेकिन पिछले पांच माह से कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया है। जिससे कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने कहा कि रोडवेज के अंदर अधिकर मजदूर वर्ग का आदमी काम करता है, कर्मचारी वेतन पर ही निर्भर है लेकिन समय से वेतन न दिये जाने के कारण कर्मचारियों के सम्मुख परिवार के भरण पोषण का संकट उत्पन्न हो गया है। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर अनुशासित तरीके से आंदोलनरत है। 28 अक्टूबर को निगम मुख्यालय देहरादून में अनिश्चितकालीन धरना दिया जायेगा। अगर इसमें प्रदेश के सभी डिपो बंद हो जाते है तो इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी निगम मुख्यालय और सरकार की जिम्मेदारी होगी। धरना देने वालों में शाखा अध्यक्ष सुखविन्दर सिंह, शाखा मंत्री विनोद गुसांई, शाखा कोषाध्यक्ष सुनील जुयाल, क्षेत्रीय प्रतिनिधि अनिमेश नौटियाल, आनन्द सिंह, जितेन्द्र रावत, कुलदीप प्रसाद, भूपेन्द्र रावत, संदीप राणा, अनिल नेगी, हरेन्द्र सिंह, रामप्रकाश शर्मा, सुधीर शर्मा, संतोष भट्ट, संदीप क्षेत्री, रविन्द्र सिंह आदि शामिल थे।
कर्मचारियों के धरना देने से पांच रूटों पर नहीं चल पाई बसें
उत्तराखण्ड रोडवेज कर्मचारी संयुक्त परिषद शाखा से जुड़े कर्मचारियों के मंगलवार को धरना देने से कोटद्वार डिपो से पर्वतीय क्षेत्र के पांच रूटों पर बसों का संचालन नहीं हो पाया है। जिस कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। जबकि एक रूट पर यात्री के अभाव में संचालन नहीं हो पाया। उक्त परिषद से जुड़े कोटद्वार डिपो के कर्मचारियों ने मांगों को लेकर धरना देकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कोटद्वार डिपो के एआरएम टीकाराम आदित्य ने बताया कि मंगलवार को कर्मचारियों की हड़ताल की वजह से पौड़ी, धुमाकोट, पोखड़ा, जमेली, रिखणीखाल मार्ग पर बस का संचालन नहीं हो पाया। जबकि त्रिपालीसैंण मार्ग पर यात्रियों के अभाव में बस को नहीं भेजा गया। उन्होंने बताया कि दोपहर 12 बजे तक दिल्ली के लिए छ:, देहरादून के लिए पांच, जयपुर, गुडगांव, चंडीगढ़, अमृतसर, फरीदाबाबाद, हल्द्वानी, लैंसडौन, कालागढ़, झंडीचौड़-हरिद्वार बस का संचालन किया। डिपो से मैदानी व पर्वतीय क्षेत्रों में प्रतिदिन 33 बसों का संचालन किया जा रहा है।