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विकास कामों की समीक्षा के लिए गूगल मीट से रिपोर्ट लेने की तैयारी

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नई टिहरी। डीएम इवा श्रीवास्तव ने कोविड-19 की मानिटिरिंग में ओर गति लाने के लिए गूगल मीट के माध्यम से सम्बंधित अधिकारियों की समीक्षा लेने का काम शुरू किया है। टिहरी जिले में डीएम की इस पहल से कर्मचारियों की कार्यक्षमता में जहां सुधार आयेगा, वहीं कर्मचारी अपने काम से बच नहीं पायेंगे। इस तरह की पहल से स्वान केंद्रों में जाना जरूरी नहीं होगा। जिससे समय पर कोरोना अपडेट मिलेंगी। डीएम ने विकास कामों की समीक्षा के लिए गूगल मीट से रिपोर्ट लेने की तैयारी की है। डीएम का यह प्रयास उन अधिकारी-कर्मचारियों पर भारी पड़ेगा, जो काम से बचने के लिए बहानों की झड़ी लगाते रहे हैं। डीएम इवा श्रीवास्तव ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि प्रदेश के कुछ जिलों में गूगल मीट के माध्यम से समीक्षा का काम किया जा रहा है। इसे टिहरी में भी शुरू किया गया है। जिससे बेहतर परिणाम मिलने लगे हैं। प्रतिदिन शाम पांच बजे से पहले गूगल मीट के माध्यम से कोरोना समीक्ष की जा रही है। जिसमें सीडीओ सहित आपदा प्रबंधन, सूचना सहित तमाम सम्बंधित विभागों को लाईन पर लेकर समीक्षा की जाती है। इसके लिए स्वान केंद्र जाने की जरूरत नहीं पड़ती है। मोबाईल पर गूगल मीट के माध्यम से मौके पर अधिकारी-कर्मचारी को अपडेट देनी होती है। इससे कर्मचारियों की लोकेशन व काम की अपडेट मिल जाती है। विकास कामों की समीक्षा के लिए भी इस तरह की पहल की जायेगी। जिससे कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं पायेंगे और काम की प्रगति भी बेहतर होगी। गूगल मीट से समीक्षा के बेहतर परिणाम सामने आ भी रहे हैं। डीएम इवा ने समीक्षा बैठक में कोरोना सैंपलों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये कोरोना की समीक्षा करते हुये डीएम इवा श्रीवास्तव ने सभी एसडीएम को कोविड टेस्ट हेतु के नमूनों की संख्या प्रतिदिन 50-70 तक बढ़ाने के निर्देश दिये। डीएम ने रोग निरोधी उपचार की जानकारी आम लोगों को देने के साथ ही रोग निरोधी दवाओं को दुरूपयोग न करने की हिदायत भी दी। डीएम ने आम लोगों से अपील की, कि सैंपल देने में न घबरायें। इसके लिए अपना पूरा सहयोग दें। डीएम ने कहा कि कोरोना से सुरक्षा जिला प्रशासन की प्राथमिकता में है। इसके लिए संबंधित प्रभारी चिकित्साधिकारी व हेल्थ वर्कर्स के परामर्शित व्यक्ति अनिवार्य रूप से सेम्पल दें। इसके लिए धर्मगुरूओं, जन प्रतिनिधियों व आम लोगों में विश्वास का भाव पैदा किया जाय। डीएम ने सीएमओ को निर्देश दिए कि प्रोफीलेक्सिस ट्रीटमेंट (रोगनिरोधी उपचार) के तहत वितरित की जा रही औषधि आइवेरमेंक्टिन-12 एमजी का किसी भी दशा में दुरुपयोग न होने पाए। इसके साथ ही सामान्य व्यक्तियों एवं कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों को इस दवा के सेवन के तरीकों के बारे में भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। कहा कि प्रोफीलेक्सिस ट्रीटमेंट (रोगनिरोधी उपचार) के तहत कोरोना संक्रमित व्यक्ति को आइवेरमेंक्टिन-12 एमजी लगातार तीन दिन तक रात को खाना खाने के दो घंटे बाद लेनी होती है। जबकि सामान्य व्यक्ति को इस दवा की कुल तीन खुराक पहले, सातवें व 30वें दिन लेनी चाहिए।

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