उत्तराखंड के ग्राम प्रधानों और प्रगतिशील किसानों को प्रातिक खेती के लिए किया जागरूक
रुद्रपुर। पंतनगर विवि के प्रसार शिक्षा निदेशालय समेटी-उत्तराखंड की ओर से 14 दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके माध्यम से प्रत्येक जनपद में प्रातिक षि विषय पर ग्राम प्रधानों को जागरूक किया गया। प्रातिक खेती संबंधी जागरूकता के कार्यक्रम अल्मोड़ा, ऊधमसिंह नगर, बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग, टिहरी गढ़वाल, देहरादून, चमोली, हरिद्वार एवं उत्तरकाशी में आयोजित किया गया। कार्यक्रमों में 695 ग्राम प्रधानों व प्रगतिशील षकों ने प्रतिभाग किया। उत्तराखंड में जागरूकता कार्यक्रम प्रत्येक दिवस अनलाइन आयोजित किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन एवं समापन अवसर पर निदेशक प्रसार शिक्षा ड़ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने गुजरात में आयोजित प्रातिक खेती संबंधी राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान रसायनमुक्त अन्न पैदा करने का आह्वान किया गया था। इसी क्रम में भारत सरकार ने प्रथम चरण में देश के 30 हजार ग्राम प्रधानों को 750 अनलाइन कार्यक्रम से प्रातिक खेती के बारे में जागरूक करने का निर्णय लिया। उन्होंने प्रातिक खेती की महत्ता, लाभ एवं उसकी बारीकियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। समन्वयक ड़ बीडी सिंह ने बताया कि कार्यक्रम में वैज्ञानिक ड़ सुनीता टी पांडे, प्राध्यापक सस्य विज्ञान ड़ राजीव कुमार, सह प्राध्यापक सस्य विज्ञान ड़ बीडी सिंह, प्राध्यापक सस्य विज्ञान प्रसार शिक्षा निदेशालय ड. गुरप्रीत सिंह आदि ने अपने अनुभव साझा किए।