भालू की दहशत में यमकेश्वर के सात गांव, घरों में कैद ग्रामीण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : यमकेश्वर क्षेत्र सात गांव पिछले बीस दिन से भालू की दहशत में हैं। आए दिन भालू ग्रामीणों को गांव के आसपास घूमता हुआ दिखाई दे रहा है। शाम ढलते ही ग्रामीण घरों में कैद होने को मजबूर हो गए हैं। बच्चों का स्कूल जाना भी दूभर हो गया है। ग्रामीणों ने वन विभाग से भालू की दहशत से निजात दिलवाने की मांग की है।
ग्राम पंचायत ढुंगाधार देवी डांडा पहाड़ियों से लगा गांव है। ग्रामीण चंद्र मोहन बडोला, भारत भूषण बडोला, महेश बडोला, शिव दयाल बडोला, मनोज बडोला, प्रेमा देवी, लक्ष्मी देवी, सुंदरी देवी आदि ने बताया पिछले तीन सप्ताह से ढुंगाधार, ढुंगा सकरा, ढुंगा अकरा, देवी डांडा बंचूरी और आसपास के गांवों में भालू पहुंच रहा है। कहा कि दिन में भालू गांव के ही नजदीक खेतों, रास्तों और पहाड़ी में विचरण कर रहे हैं और शाम ढलते ही भालुओं का दल आबादी क्षेत्र में धमक रहे हैं। इससे स्कूली बच्चे व ग्रामीण अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। वर्तमान में ग्राम सभा ढुंगा में 50 परिवार रहते हैं। गांव से कांडी की दूरी लगभग पांच किमी. है और ग्रामीण कांडी बाजार तक पांच किमी. पैदल आवाजाही करते हैं। वहीं, भालू की दहशत के कारण बच्चे स्कूल भी नहीं जा पा रहे हैं। ग्रामीणों ने वन विभाग से उन्हें भालू के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है।