पेयजल स्रोत बचाने को तहसील मुख्यालय में गरजे ग्रामीण
अल्मोड़ा। पेयजल स्रोत बचाने की मांग को लेकर खड़कतया के ग्रामीणों ने सोमवार को तहसील मुख्यालय में प्रदर्शन किया। मामले में तहसीलदार विवेक राजौरी के माध्यम से डीएम को ज्ञापन भेजा। सड़क निर्माण कार्य पेयजल और सिंचाई स्रोत से हटाकर नहीं बनाए जाने तक विरोध जारी रखने की चेतावनी दी। शीघ्र सड़क निर्माण को पेयजल, सिंचाई स्रोत से हटाकर ऊपर और नीचे से करने की मांग की है। ग्रामीणों ने कहा की पीएमजीएसवाई के तहत निर्माणाधीन उडली खान-आगर मनराल-बाईस ओखला सड़क की खड़कतया के सैलीपाट गांव का एकमात्र पेयजल और सिंचाई स्रोत के ऊपर से सड़क निर्माण सर्वे की गई है। सड़क निर्माण होने से स्रोत ध्वस्त हो जाएगा, जिसके चलते गांव के 60 परिवारों के आगे भविष्य में पेयजल और सिंचाई का संकट पैदा हो जाएगा। कहा कि पुश्तैनी से चले आ रहे इस स्रोत से जहां पेयजल की व्यवस्था होती है, वहीं गांव में सिंचाई व्यवस्था भी चलती है। ग्रामीणों के विरोध के चलते पिछले दो वर्षों से निर्माण काम रुका हुआ था। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य विरेंद्र कुमार, क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रेम गिरी, प्रधान गुड्डी देवी, कल्याण सिंह, हरगोविंद नाथ, गोपाल दत्त, देव सिंह, धन सिंह रावत, राधा देवी, गोविंदी देवी, लीला देवी, अनीता देवी, नीमा, उमेश चंद्र, इंद्रमणी, गोपाल दत्त, खीम सिंह, देव सिंह, गोपाल नाथ, प्रेमनाथ, गोपुली देवी, मधुली देवी, नीमा मौजूद रहे।