वीर शहीदों के प्रति सच्ची श्रद्धाजंलि है शौर्य दीवार: हरबीर सिंह
हरिद्वार। विश्वभर में भारतीय सेना के अदम्य साहस के लिए उत्तराखण्ड का नाम गौरव से लिया जाता है। देवभूमि में स्वतंत्रता से पूर्व और आजादी के पश्चात अनेक वीर सैनिक वीरता पदक से सम्मानित हुए हैं। इसके साथ ही हजारों सैनिकों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया है। इन वीर सैनिकों के प्रति एस.एम.जे.एन. पी.जी. कॉलेज, हरिद्वार में नवनिर्मित शौर्य दीवार एक सच्ची श्रद्धाजंलि है। वर्तमान पीढ़ी में शौर्य दीवार के साथ राष्ट्रीयता व देशभक्ति के भाव पैदा होंगे।
उक्त विचार अपर कुम्भ मेला अधिकारी हरबीर सिंह ने महाविद्यालय में वीर सैनिकों की याद में बनी शौर्य दीवार का सोशल डिस्टेंसिंग नॉमर्स के अनुसार उद्दघाटन करते हुए व्यक्त किये। शौर्य दीवार को शौर्य स्तम्भ की उपाधि देते हुए उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी के लिए एक नई आजादी की आवश्यकता है जिससे वे व्यसन मुक्त जीवन जी सकें। उन्होंने आह्वान किया कि युवा पीढ़ी वीर सपूतों से प्रेरणा लेकर अपने देश का नाम रोशन करें।
कॉलेज प्रबन्ध समिति के सचिव श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी जी महाराज ने अपर मेला अधिकारी का स्वागत करते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति रक्षा हेतु हमारे नायकों एवं राष्ट्रभक्तों ने अदम्य साहस का परिचय दिया। उन्होंने कहा कि विद्या प्राप्ति के साथ वीरता के प्रति जनजागरण में युवा पीढ़ी को जागरूक करने में यह शौर्य दीवार नींव का पत्थर साबित होगी। उन्होंने कहा कि कॉलेज के खेलकूद मैदान के पीछे शहीद घाट बनाने का प्रशासन से अनुरोध किया जायेगा।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा ने स्वागत भाषण में कहा कि नवनिर्मित शौर्य दीवार में 21 परमवीर चक्र प्राप्त सैनिकों के चित्र के साथ उनकी गौरवगाथा अंकित है। वीर सैनिकों को अपना आदर्श बताते हुए उन्होंने कहा कि हम वीर जवानों की कुर्बानियों की बदौलत स्वतंत्र होकर खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इस अवसर पर कॉलेज प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष श्रीमहन्त लखन गिरि महाराज, श्रीमहन्त रामरतन गिरि, श्रीमहन्त दिनेश गिरि, श्रीमहन्त राधे गिरि, श्रीमहन्त नरेश गिरि, दिगम्बर श्री रघुबन, डॉ. मन मोहन गुप्ता, डॉ. सरस्वती पाठक, डॉ. तेजवीर सिंह तोमर, डॉ. जगदीश चन्द्र आर्य, डॉ. नलिनी जैन, रासेयो की कार्यक्रम अधिकारी डॉ. सुषमा नयाल, डॉ. कुसुम नेगी, डॉ. मोना शर्मा, डॉ. शिवकुमार चैहान, डॉ. मनोज कुमार सोही, श्रीमती रिंकल गोयल, श्रीमती रिचा मिनोचा, वैभव बत्रा, श्रीमती साक्षी अग्रवाल, सुगन्धा वर्मा, डॉ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डॉ. विनीता चैहान, दिव्यांश शर्मा, डॉ. प्रज्ञा जोशी, डॉ. पदमावती तनेजा, मोहन चन्द्र पाण्डेय, वेद प्रकाश चैहान, होशियार सिंह चैहान, श्रीमती हेमवंती आदि शिक्षक व शिक्षणेत्तर उपस्थित थे।