विकास की गति को बढ़ाने की आश्यकता: उनियाल
विकसित होता उत्तराखण्ड बातें कम, काम ज्यादा व विकास पुस्तिका का किया विमोचन
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जनपद में 21वां राज्य स्थापना दिवस धूमधाम से मनाया गया। मंडल मुख्यालय पौड़ी में सोमवार को आयोजित राज्य का स्थापना दिवस संस्कृति के रंगों से सराबोर रहा। वहीं बच्चों व महिलाओं की रंगारंग प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। कृषि व बागवानी के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 16 किसानों को सम्मानित किया गया। प्रदेश के कृषि मंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल ने सूचना एवं लोक सम्पर्क विभाग उत्तराखण्ड द्वारा प्रकाशित विकसित होता उत्तराखण्ड बातें कम, काम ज्यादा व जिला सूचना कार्यालय पौड़ी द्वारा प्रकाशित विकास पुस्तिका का विधिवत विमोचन किया। उन्होंने कहा कि विकास की यह प्रक्रिया थम नहीं सकती, बल्कि और गति के साथ बढ़ाने की आवश्यकता है। हमारा राज्य सांस्कृतिक, भाषायी, भौगोलिक विविधताओं का प्रदेश है। इस प्रदेश की रंग-बिरंगी संस्कृति की महक को देश-दुनिया में पहुंचाने के लिए काम किया है, लेकिन कोरोना की वजह से यह गति धीमी हुई है। इस विषम परिस्थिति में शासन-प्रशासन ने बड़ी मुश्तैदी के साथ काम किया और कोरोना के असर को कम कर मृत्यु दर को रोका है।
जिला मुख्यालय (स्थान रामलीला मैदान) पौड़ी में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रदेश के कृषि, मंत्री एवं जनपद प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल ने ध्वजारोहण किया। मंत्री श्री उनियाल ने कहा कि आज का दिन बहुत महत्वूपर्ण दिन है, यह जब-जब आता है, तब-तब याद दिलाता है, उन वादों और संघर्षों की, जिस संघर्ष में एक उज्जवल उत्तराखण्ड के निर्माण का सपना एवं संकल्प था। उन्होंने कहा कि जहां केवल 15 प्रतिशत गांव रोड़ कनेक्टिविटी से जुडे थे, 20 प्रतिशत गांवों का विद्युतीकरण हुआ था, 30 प्रतिशत गांवों में पीने के पानी की सुविधा थी और लगभग 450 हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट स्कूल इस राज्य में हुआ करते थे तथा लगभग 15-16 महाविद्यालय थे। आज उन बुनियादी सुविधाओं यथा विद्युत, पेयजल, सड़क, स्कूल आदि मुहैया कराने में हमने बहुत लम्बी यात्रा तय की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के प्रभावशाली नेतृत्व में राज्य सरकार दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ निरन्तर विकास के पथ पर आगे बढ़ रही है। चाहें चारधाम प्रोजेक्ट हो, चारो धामों को रेलवे टै्रक से जोड़ने की परियोजना हो या केदारनाथ धाम को भव्य रूप देने का काम हो सरकार निरन्तर विकास कार्यों में जुटी है। उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में सरकार ने तीन वर्षों में 100 से ज्यादा रिसर्च किये हैं। मण्डी परिषद ने किसान से सीधे अनाज खरीदने का निर्णय लिया। सरकार किसान के उत्पाद को सीधा कंज्यूमर तक पहुंचाने के लिए 13 सौ आउटलेट बनायेगी। कृषि के क्षेत्र पिछले दो वर्ष में दो पुरस्कार भारत सरकार से उन्हें प्राप्त हुए हैं। 670 न्याय पंचायत में फर्मर मशीन स्थापित करेंगे, जिससे किसानों को नवीन तकनीकी मशीन उपकरण उपलब्ध हो सके। कहा कि देश का पहला राज्य है, जिसने आर्गेनिक एग्रीकल्चर एक्ट लाकर जैविक उत्पादकता को बढ़ावा देने का काम किया है।
इस मौके पर विधायक पौड़ी मुकेश कोली, विधायक यमकेश्वर ऋतु खण्डूड़ी भूषण, अध्यक्ष जिला पंचायत शांति देवी, जिलाध्यक्ष भाजपा संपत सिंह रावत, अध्यक्ष नगर पालिका पौड़ी यशपाल बेनाम, ब्लॉक प्रमुख द्वारीखाल महेन्द्र राणा, खिर्सू भवानी गायत्री, पौड़ी दीपक कुकशाल, भाजपा महिला मोर्चा उपाध्यक्ष सुषमा रावत, जिला सैनिक कल्याण बोर्ड उपाध्यक्ष कर्नल नोटियाल, प्रभारी जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पी. रेणुका देवी, अपर जिलाधिकारी डॉ. एसके बरनवाल, उपजिलाधिकारी एसएस राणा, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, पीडी संजीव कुमार राय, एपीडी सुनील कुमार, सीओ सदर वंदना वर्मा, सीएओ डीएस राणा, मुख्य उद्यान अधिकारी डॉ. नरेन्द्र कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान, सेवायोजन अधिकारी मुकेश रयाल, पीएम स्वजल दीपक रावत, जिला पूर्ति अधिकारी केएस कोहली, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद प्रदीप बिष्ट, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी एसके आदि उपस्थित रहे।
पीवीसी राशन कार्ड वितरित किये
प्रदेश के कृषि मंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल ने जिला पूर्ति विभाग के पीवीसी राशन कार्ड, स्वास्थ्य विभाग के आयुष्मान गोल्डन कार्ड, सहकारिता विभाग द्वारा दीनदयाल उपाध्याय योजना के अन्तर्गत 4 कृषकों को ब्याज फ्री कृषि ऋण, महिला सशक्तिकरण बाल विकास विभाग द्वारा 8 कुपोषित बच्चों को पोषण किट, उद्यान विभाग द्वारा 13 प्रगतिशील उद्यानपतियों व कृषि विभाग द्वारा 4 उत्कृष्ठ कृषकों को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया।
अब और ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता
प्रदेश के कृषि मंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि महामारी को रोकने में जनता ने अपनी जागरूकता दिखाई है और अब आने वाले समय में और ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इस विषम परिस्थिति में भी काम करने वाले कोरोना वरियर्स के वे सदैव ऋणी रहेंगे। राज्य में केवल तीन जनपदों में आईसीयू थे और सरकार ने कोरोना के दृष्टिगत हर जनपद के संयुक्त चिकित्सालयों को आईसीयू से लैस करने का काम किया। साथ ही लगभग 30 हजार 500 सौ आईसीयू बैड, 400 डॉक्टर की विशेष भर्ती की गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जहां राज्य गठन से उनकी सरकार बनने तक लगभग एक हजार 181 डॉक्टर थे, वहां उनकी सरकार ने 25 सौ डॉक्टर पहुंचाये है।