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केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा हेलीकॉप्टर क्रैश, पायलट सहित 7 की मौत

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जयन्त प्रतिनिधि।
रूद्रप्रयाग : केदारनाथ से गुप्तकाशी लौट रहा आर्यन कंपनी का हेलीकॉप्टर गरुड़चट्टी के पास पहाड़ी से टकराते हुए क्रैश हो गया, जिसमें पायलेट सहित 7 यात्रियों की मौत हो गई। हेलीकॉप्टर जब जमीन पर गिरा तो उसमें आग की लटपे उड़ने लगीं। हादसा हेलीकॉप्टर के केदारनाथ से लौटते हुए हुआ। हेलीकॉप्टर क्रैश की खबर आग की तरह फैल गई और सूचना मिलते ही एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे। हालांकि तब तक हेलीकॉप्टर जलकर राख हो गया था और सभी यात्रियों की मौत हो गई थी।
जिला प्रशासन के अनुसार श्री केदारनाथ धाम से दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं का एक हैलीकॉप्टर पहाड़ी से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हैलीकॉप्टर में पायलट समेत 7 लोग सवार थे जिनकी मौके पर मृत्यु हो गई। जानकारी के अनुसार मंगलवार को आर्यन कंपनी के सात सीटर हेलीकॉप्टर ने 6 यात्री एवं पायलेट के साथ केदारनाथ से गुप्तकाशी स्थित नाला हेलीपैड के लिए उड़ान भरी। इसी बीच 3 मिनट के अंतराल में ही गरुड़चट्टी पहुंचते ही सुबह साढ़े 11 बजे हेलीकॉप्टर पहाड़ी से टकराते हुए क्रैश हो गया। इसमें सभी सात लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि कोहरे के कारण हेलीकॉप्टर गरुड़चट्टी की पहाड़ी से टकरा गया, जिससे यह बड़ा हादसा हुआ। पायलेट को एयर रूट नहीं दिखाई दिया और हेलीकॉप्टर पहाड़ी से टकरा गया। इधर, घटनास्थल पर पहुंची रेस्क्यू टीम ने सभी सात शव बरामद कर लिए हैं। एक शव आग से जल गया जबकि अन्य लोगों की हेलीकॉप्टर से पहाड़ी से छिटकर इधर-उधर टकराते हुए दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में 3 यात्री गुजरात, एक मुंबई, एक कर्नाटक और एक झारखंड का बताया गया। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि दु:खद घटना में सभी सात लोगों की मौत हो गई। रेस्क्यू टीम द्वारा सभी सात शव बरामद कर लिए गए हैं। वहीं घटना के बाद सभी हेलीकॉप्टर सेवाएं बंद रहीं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि मंगलवार को करीब पौने 12 बजे सोनू बिष्ट द्वारा आपातकाली परिचालन केंद्र रुद्रप्रयाग को फोन कर देवदर्शनी (गरुड़चट्टी) के पास हैलीकॉप्टर के क्रैश होकर दुर्घटना की सूचना दी गई। सूचना मिलते ही निकटवर्ती सेक्टर अधिकारी एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस प्रशासन, डीडीआरएफ, वाईएमएफ की टीमें मौके पर राहत एवं बचाव कार्यों हेतु पहुंची। प्रथम दृष्टया हैली क्रैश का कारण अचानक मौसम खराब होना प्रतीत हो रहा है।
मृतकों का विवरण
1. अनिल सिंह, पायलट उम्र-57 निवासी महाराष्ट।
2. पूर्वा रामानुज, उम्र-26 वर्ष निवासी गुजरात।
3. क्रुती बराड उम्र-30 वर्ष निवासी गुजरात।
4. ऊर्वी बराड उम्र-25 वर्ष निवासी गुजरात।
5. सुजाता उम्र-56 वर्ष निवासी तमिलनाडू।
6. प्रेम कुमार उम्र- 63 वर्ष निवासी तमिलनाडू।
7. कला उम्र-60 वर्ष निवासी तमिलनाडू।

सीएम धामी ने दिये जांच के आदेश
जयन्त प्रतिनिधि।
रूद्रप्रयाग : केदारनाथ में हेलिकॉप्टर क्रैश की घटना पर कई लोगों ने दु:ख जताया है। इस हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की जान चली गई है। केदारनाथ से गुप्तकाशी जाने के दौरान यह भीषण हादसा हुआ है। बताया जा रहा है कि घाटी में मौसम खराब था। कई प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि वहां रह-रह कर बारिश हो रही थी। अब सवाल यह है कि अगर केदानरनाथ में मौसम खराब था तब हेलिकॉप्टर को उड़ने की इजाजत किसने दी। यह एक निजी कंपनी का हेलिकॉप्टर था। हादसे में पायलट समेत 7 लोगों की मौतों का जिम्मेदार कौन है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने इस पूरे मामले में जांच के आदेश दिये हैं।
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है। सीएम ने कहा कि केदारनाथ के समीप गरुड़ चट्टी में दुर्भाग्यपूर्ण हेलीकॉप्टर क्रैश में कुछ लोगों के हताहत होने का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ है। राहत और बचाव कार्य हेतु एसडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। इस दु:खद घटना के विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि केदारनाथ में अभी मौसम खराब है। यहां हल्की बर्फबारी भी हो रही है। अगले आदेश तक हेलिकॉप्टर सेवाओं पर रोक लगा दी गई है। केदारनाथ में घने कोहरे की बात भी सामने आ रही है।

राष्ट्रपति, पीएम और गृह मंत्री हादसे पर दु:ख जताया
इस हादसे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि केदारनाथ में श्रद्धालुओं को ले जा रहे हेलिकॉप्टर के क्रैश की घटना बहुत दु:खद है। इस दुर्घटना में जान गवाने वाले सभी लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ। ईश्वर उन्हें यह दु:ख सहने की शक्ति दें। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भी इस हादसे पर दुख जताया है।

डीजीपी ने कोहरे को बताया हादसे की वजह
इस हादसे के बाद राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अशोक कुमार ने बताया कि दुर्घटना में मरने वालों में पायलट भी शामिल है। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के शिकार श्रद्धालु रूद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ मंदिर के दर्शन कर वापस आ रहे थे कि तभी रास्ते में उनके हेलीकॉप्टर में आग लग गई। उन्होंने बताया कि हादसे के कारणों का तत्काल पता नहीं चल पाया है लेकिन दुर्घटना संभवत: कोहरे के चलते हुई। दुर्घटना की सूचना मिलते ही राज्य आपदा प्रतिवादन बल के साथ ही पुलिस और जिला प्रशासन के दल भी बचाव कार्य के लिए घटनास्थल पर पहुंच गए।
जिस इलाके में हादसा हुआ है वहां के बारे में बताया जा रहा है कि यहां उड़ान भरने के दौरान अक्सर पायलट को संकरी घाटियों से होकर गुजरना पड़ता है। इस हादसे को लेकर अंदेशा जताया जा रहा है कि पायलट ने उड़ान के बाद अचानक मौसम के ज्यादा खराब हो जाने की वजह से शायद मुड़ने की कोशिश की और हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया।

हेलीकॉप्टर हादसे पर महाराज ने जताया शोक
जयन्त प्रतिनिधि।
देहरादून : प्रदेश के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज केदारनाथ से वापस आ रहे हेलीकॉप्टर के गरुड़ चट्टी के समीप दुर्घटनाग्रस्त होने पर दु:ख व्यक्त करते हुए हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मंगलवार को केदारनाथ से वापस आ रहे आर्यन कंपनी के हेलीकॉप्टर के गरुड़ चट्टी के समीप दुर्घटनाग्रस्त होने पर दु:ख व्यक्त करते हुए इस हृदय विदारक हादसे पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने बताया कि एनडीआरएफ की टीम ने हादसे में मारे गए हेलीकॉप्टर के पायलट सहित सभी 7 लोगों के शवों को निकाल लिया है। उन्होंने कहा कि यह हादसा तकनीकी खराबी, हवा में दबाव कम होने या जिस भी वजह से हुआ है इस बात की जांच की जाएगी। यह जांच के बाद ही पता चलेगा कि हादसे के क्या कारण रहे हैं। श्री महाराज ने हेलीकॉप्टर हादसे में मृतक सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति भी अपनी गहरी संवेदना प्रकट की है।

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