अब उत्तराखण्ड आने से हिचक रहे हैं प्रवासी, दिल्ली भेजी 100 बसें, सवारी मिली केवल 25 बसों लायक
संवाददाता, देहरादून। प्रदेश सरकार ने घर वापसी करने वाले लोगों को क्वारंटाइन करने में कुछ सख्ती की तो इसका असर वापसी करने वाले यात्रियों पर नजर आने लगा है। यही कारण रहा कि सोमवार को तकरीबन तीन हजार यात्रियों को वापस लेने के लिए गई बसों में से 75 को यात्री न मिलने के कारण दिल्ली में ही रुकना पड़ा। यहा से लगभग 700 यात्रियों को लेकर बसें वापस उत्तराखंड वापस लौट रही हैं। वहीं, प्रदेश में वापसी के लिए अभी तक 249806 लोगों ने पंजीकरण कराया है। इसके सापेक्ष अभी तक 160,019 घर वापसी कर चुके हैं। तिरुअनंतपुर से यात्रियों को लेकर चली ट्रेन मंगलवार सुबह हरिद्वार पहुंच जाएगी। सोमवार देर रात पुणे से एक ट्रेन यात्रियों को लेकर काठगोदाम के लिए रवाना हुई।
प्रवासियों की घर वापसी के बाद कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर सरकार ने सख्ती दिखाई है। अब रेड जोन से आने वालों को संस्थागत क्वारंटाइन और शेष को सख्ती से होम क्वारंटाइन किया जा रहा है। ऐसे में अब बाहर से आने वाले भी वापसी करने से पहले सोचने लगे हैं। इसका नजारा सोमवार को नई दिल्ली में देखने को मिला। यहा पंजीकृत लोगों की संख्या को देखते हुए पहले चरण में तीन हजार लोगों को वापस लाने के लिए 100 बसें भेजी गई। पंजीकृत लोगों को इसकी जानकारी भी फोन व एसएमएस के जरिये दी गई। जब बसें वहा पहुंची तो केवल वहा 700 यात्री ही वापसी के लिए खड़े थे। काफी देर इंतजार करने के बाद दोपहर बाद 25 बसें उत्तराखंड को रवाना हुई। इसमें 19 बसें कुमाऊं मंडल और छह बसें गढ़वाल मंडल आ रही हैं। अब मंगलवार को एक बार फिर पंजीकृत यात्रियों से संपर्क कर उन्हें बसों के संबंध में जानकारी दी जाएगी। वहीं, ट्रेन के माध्यम से भी यात्रियों को वापस लाया जा रहा है।