अघोषित बिजली कटौती पर निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश
-बिना पूर्व सूचना के 20 मिनट से ज्यादा बिजली गई तो इंजीनियर को होगा मौके पर जाना
देहरादून। बिना पूर्व सूचना के यदि 20 मिनट से ज्यादा देर तक लाइट गई, तो अधिशासी अभियंता को तत्काल मौके पर
जाकर समस्या का समाधान कराना होगा। साथ ही निदेशक परिचालन को हर दिन की समीक्षा करते हुए बिजली कटौती
और लाइन ट्रिपिंग की सूचना शासन को देनी होगी। सचिव ऊर्जा राधिका झा ने अघोषित बिजली कटौती पर सख्त
नाराजगी जताते हुए निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने के निर्देश दिए। शासन में सोमवार को हुई बैठक में उन्होंने
राज्य और खासतौर पर देहरादून में हो रही कटौती का ब्यौरा तलब किया। कहा कि मरम्मत, लाइन सुधार के काम के
लिए यदि कटौती करनी है, तो इसकी पूर्व सूचना समाचार पत्रों के जरिए आम लोगों को दी जाए। उपभोक्ताओं तक कटौती
का मैसेज पहुंचना चाहिए। अन्य कारणों से होने वाली बिजली कटौती की समस्या को जल्द ठीक किया जाए। यदि 20
मिनट से ज्यादा कटौती रहती है, तो एक्सईएन का उत्तरदायित्व होगा कि वो स्वयं प्रभावित स्थान पर पहुंच कर समस्या
का निस्तारण कराए। इस व्यवस्था को सख्ती से लागू कराया जाए। एमडी यूपीसीएल बीसीके मिश्रा को उन्होंने यह
व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। कहा कि बरसात का सीजन शुरू होने जा रहा है। ऐसे में होने वाले नुकसान
को ध्यान में रखते हुए तैयारी कर ली जाए। ठोस कार्ययोजना बनाएं ताकि पावर सप्लाई सिस्टम प्रभावित न हो।