उत्तराखंड

कर्णप्रयाग के आमसौड़-सेरागाड़ सड़क का करें डामरीकरण

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चमोली। विकासखंड के आमसौड़-सेरागाड़ सड़क के डामरीकरण करने की मांग ग्रामीणों ने की है। ग्रामीणों का कहना है कि आठ किमी लंबी इस सड़क से छह से अधिक गांव जुड़ते हैं, लेकिन सड़क पर डामर न होने से खस्ताहाल सड़क से लोग जोखिम भरा सफर करने को मजबूर हैं। कर्णप्रयाग-ग्वालदम मोटर मार्ग के आमसौड़ से सेरागाड़, गुनाड़, रैगांव, ह्यूंणा, सुणाईं, पाडली, थग्याला, थाला सहित आस पास के गांवों के लिए 8 किमी लंबी सड़क लोनिवि गौचर द्वारा काटी गई है। लेकिन पहाड़ काटकर बनाई सड़क पर कई जगह पैराफिट नहीं है तो स्क्रबर और दीवारें भी नहीं है। क्षेत्र के पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य और सेरागाड़ के राकेश जुयाल, सुणाई के पूर्व प्रधान और ह्यूंणा गांव के रमेश जोशी आदि का कहना है कि ग्रामीणा लगातार सड़क के मरम्मत और डामरीकरण की मांग कर रहे हैं। बावजूद विभाग और शासन अभी इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर पाया है। ऐसे में ग्रामीण जोखिम भरा सफर करने को मजबूर हैं। वहीं लोनिवि के ईई सुशील कुमार का कहना है कि कच्ची सड़कों के डामरीकरण के लिए शासन और प्रस्ताव भेजे गए हैं।
कपीरी को कड़ाकोट से जोड़ने की योजना फाइलों मेंरू
कर्णप्रयाग ब्लाक के सेरागाड़ से उत्तरीकड़ाकोट पट्टी के केदारकोट को जोड़ने के लिए सड़क की स्वीति करीब सात वर्ष पूर्व मिली। ग्रामीणों का कहना कि एक दो बार सर्वे करने के बाद यह योजना फाइलों में ही कैद हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि सेरागाड़ से केदारकोट के लिए सड़क बनने से कई किमी की दूरी कम हो जाएगी।

 

 

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