भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष का बड़ा बयान: सीएम योगी के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा 2022 का विधानसभा चुनाव
मथुरा, एजेंसी। मथुरा के वृंदावन में स्थित केशवधाम पर शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ब्रजक्षेत्र की बैठक हुई। इस बैठक में आए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। उन्होंने दावा किया कि इस बार भी 300 से अधिक सीटें जीतकर भाजपा की सरकार बनेगी। इस बार टिकट कार्यकर्ताओं की पसंद पर दी जाएगी।
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बैठक के बाद पार्टी के पार्षद राजेश सिंह पिंटू के आवास पर पत्रकारों से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि यूपी में 2022 में भाजपा दोबारा सरकार बनाने जा रही है। जनता भाजपा के पक्ष में पूरी तरह से मतदान करेगी। इसका कारण मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में यूपी में जो बदलाव देखने को मिला है, ऐसा काफी वर्षों बाद आया है।
दयाशंकर सिंह ने कहा कि योगी सरकार में अपराधी या तो सलाखों के पीटे भेजे गए या फिर ऊपर। हर तरफ विकास की गंगा बही है। आमजन को योगी सरकार में कोई परेशानी नहीं हुई। बस पिछले डेढ़ साल से कोरोना महामारी ने जरूर लोगों को कमजोर किया है। यह प्रातिक आपदा से निपटने में मुख्यमंत्री योगी ने सर्वस्व न्यौछावर करके काफी जिंदगियां बचाईं।
भाई, पुत्र और पत्नी के भाजपा में शामिल होने के बाद अब पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय भी भाजपा के द्वार पहुंचे हैं। शनिवार को वृंदावन स्थित केशवधाम में पत्नी सीमा उपाध्याय के साथ उन्होंने भाजपा ब्रज क्षेत्र की बैठक के दौरान प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल सहित शीर्ष नेताओं से मुलाकात की।
प्रदेश के पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय शनिवार को वृंदावन केशवधाम पहुंचे। इस दौरान उनके साथ पूर्व सांसद सीमा उपाध्याय भी थीं। यहां उन्होंने भाजपा के कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात की। इस मुलाकात ने पूर्व ऊर्जा मंत्री के भाजपा में शामिल होने की अटकलें बढ़ा दी हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही वे भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
उनकी पत्नी सीमा उपाध्याय पहले ही भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। वे हाथरस जनपद से जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रमुख दावेदार भी हैं। उन्होंने कहा कि उनकी जिला पंचायत पर दावेदारी का आश्वासन प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने केशवधाम में मुलाकात के दौरान दिया है। जबकि पूर्व ऊर्जा मंत्री ने इस संबंध में मीडिया के सभी प्रश्नों को यह कहकर टाल दिया कि वे तो ड्राइवर बनकर यहां आए हैं।