कोटद्वार-पौड़ी

ब्लॉक के एक-एक गांव में स्थापित होगी कड़कनाथ मुर्गी पालन यूनिट

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जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने आईएमए विलेज योजना के अन्तर्गत जनपद के सभी 15 ब्लाकों के एक-एक चिन्हित गांवों में विकास परक, स्वरोजगार योजनाओं को बढ़ावा देने हेतु रेखीय विभाग को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य पशुपालन अधिकारी को उक्त सभी 15 गांव में दो-दो सौ कड़क नाथ मुर्गी पालन यूनिट बनाने के निर्देश दिये। शेड का निर्माण हेतुु जिला विकास अधिकारी को मनरेगा के तहत युगपत्तिकरण कर बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी को एक सप्ताह के भीतर सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कार्ययोजना बनाने तथा उक्त गांव के मॉनेट्रिंग हेतु एक-एक प्रभारी अधिकारी नामित करने को कहा। जबकि जिला उद्यान अधिकारी को औद्यानिक, बागवानी, सब्जी उत्पादन, मौनपालन आदि कार्य हेतु सुस्पष्ट प्लान बनाने तथा पॉली हाउस से भी लाभान्वित करने को कहा। उन्होंने कीवी कीे पैदावार बढ़ाने के निर्देश दिये।
विकास भवन सभागार पौड़ी में मंगलवार को जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल की अध्यक्षता में आईएमए विलेज योजना के अन्तर्गत जिला नियोजन एवं अनुश्रवण समिति, आईएलएसपी की जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति एवं जलागम/ग्राम्य विकास की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। डीएम ने कृषि, उद्यान, पशुपालन आदि विभाग के अधिकारियों को उक्त गांव का सर्वे कराने को कहा। जिसमें जनसंख्या, कास्त, स्वरोजगार एवं बेरोजगार लोगों की संख्या आदि की सूचना एवं शामिल हो। उन्होंने उक्त गांव को मॉडल के रूप में विकसित करने हेतु गांव में ओपन थिएटर बनाने को कहा। जहां पर गांव की क्रिया कलाप, बैठक आदि अन्य गतिविधि को सुगमता से किया जा सकें। उन्होने कहा कि जनपद में पहली बार जिला योजना के तहत करीब एक हजार पॉलीहाउस 90 प्रतिशत अनुदान पर जनपद के कास्तकारों को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने हेतु दिया जा रहा है। जिससे क्षेत्र में उत्पादन की मात्रा बढ़ने से अन्य लोगों को भी स्वरोजगार मिल सकेगा। डीएम ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दुग्ध की उत्पादन बढ़ने एवं कृत्रिम गर्भाधान, गोठ पालन, मुर्गी पालन आदि को बढ़ावा देने हेतु कार्य करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने आईएलएसपी एवं जलागम/ग्राम्य के कार्यकाल पूर्ण होने पर सहकारिता, समूह को आने वाले समय में कार्यशील बनाये रखने हेतु जिला योजना के तहत सुविधा दिये जाने की बात कही। ताकि आने वाले समय में समूह और बेहतर कार्य कर सकें। जिलाधिकारी ने ऑफ सीजन में वैजटेविल पर कास्त करवाते हुए पॉलीहाउस का सदुपयोग करने को कहा, जिससे आमदनी में बढोतरी हो सकें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई, जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाश, एपीडी सुनील कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी देवेन्द्र सिह राणा, डीएचओ डॉ. नरेन्द्र कुमार, सीवीओ डॉ. एसके सिंह, उप परियोजना निदेशक डॉ. डीएस रावत, सहायक निदेशक डेरी लीलाधर सागर, डीपीओ आईएलएसपी रविकान्त मिश्रा, अ0अ0 राजीव रंजन, डीपीएम आईएलएसपी अशोक चतुर्वेदी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। ब्लॉक के एक-एक गांव में स्थापित होगी कड़कनाथ मुर्गी पालन यूनिट
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने आईएमए विलेज योजना के अन्तर्गत जनपद के सभी 15 ब्लाकों के एक-एक चिन्हित गांवों में विकास परक, स्वरोजगार योजनाओं को बढ़ावा देने हेतु रेखीय विभाग को कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य पशुपालन अधिकारी को उक्त सभी 15 गांव में दो-दो सौ कड़क नाथ मुर्गी पालन यूनिट बनाने के निर्देश दिये। शेड का निर्माण हेतुु जिला विकास अधिकारी को मनरेगा के तहत युगपत्तिकरण कर बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी को एक सप्ताह के भीतर सर्वे कर रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कार्ययोजना बनाने तथा उक्त गांव के मॉनेट्रिंग हेतु एक-एक प्रभारी अधिकारी नामित करने को कहा। जबकि जिला उद्यान अधिकारी को औद्यानिक, बागवानी, सब्जी उत्पादन, मौनपालन आदि कार्य हेतु सुस्पष्ट प्लान बनाने तथा पॉली हाउस से भी लाभान्वित करने को कहा। उन्होंने कीवी कीे पैदावार बढ़ाने के निर्देश दिये।
विकास भवन सभागार पौड़ी में मंगलवार को जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल की अध्यक्षता में आईएमए विलेज योजना के अन्तर्गत जिला नियोजन एवं अनुश्रवण समिति, आईएलएसपी की जिला स्तरीय क्रियान्वयन एवं समन्वय समिति एवं जलागम/ग्राम्य विकास की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। डीएम ने कृषि, उद्यान, पशुपालन आदि विभाग के अधिकारियों को उक्त गांव का सर्वे कराने को कहा। जिसमें जनसंख्या, कास्त, स्वरोजगार एवं बेरोजगार लोगों की संख्या आदि की सूचना एवं शामिल हो। उन्होंने उक्त गांव को मॉडल के रूप में विकसित करने हेतु गांव में ओपन थिएटर बनाने को कहा। जहां पर गांव की क्रिया कलाप, बैठक आदि अन्य गतिविधि को सुगमता से किया जा सकें। उन्होने कहा कि जनपद में पहली बार जिला योजना के तहत करीब एक हजार पॉलीहाउस 90 प्रतिशत अनुदान पर जनपद के कास्तकारों को कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने हेतु दिया जा रहा है। जिससे क्षेत्र में उत्पादन की मात्रा बढ़ने से अन्य लोगों को भी स्वरोजगार मिल सकेगा। डीएम ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को दुग्ध की उत्पादन बढ़ने एवं कृत्रिम गर्भाधान, गोठ पालन, मुर्गी पालन आदि को बढ़ावा देने हेतु कार्य करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने आईएलएसपी एवं जलागम/ग्राम्य के कार्यकाल पूर्ण होने पर सहकारिता, समूह को आने वाले समय में कार्यशील बनाये रखने हेतु जिला योजना के तहत सुविधा दिये जाने की बात कही। ताकि आने वाले समय में समूह और बेहतर कार्य कर सकें। जिलाधिकारी ने ऑफ सीजन में वैजटेविल पर कास्त करवाते हुए पॉलीहाउस का सदुपयोग करने को कहा, जिससे आमदनी में बढोतरी हो सकें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई, जिला विकास अधिकारी वेदप्रकाश, एपीडी सुनील कुमार, मुख्य कृषि अधिकारी देवेन्द्र सिह राणा, डीएचओ डॉ. नरेन्द्र कुमार, सीवीओ डॉ. एसके सिंह, उप परियोजना निदेशक डॉ. डीएस रावत, सहायक निदेशक डेरी लीलाधर सागर, डीपीओ आईएलएसपी रविकान्त मिश्रा, अ0अ0 राजीव रंजन, डीपीएम आईएलएसपी अशोक चतुर्वेदी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुनीता अरोड़ा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

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