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चिकित्सक एनएस बिष्ट ने खोला सीएमओ बीसी रमोला के खिलाफ मोर्चा

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-विरोध के तौर पर एप्रिन उल्टा पहना है और आला भी पीठ की तरफ लटकाया
देहरादून। राजकीय गांधी शताब्दी अस्पताल में सीनियर फि जिशियन के पद पर तैनात डॉक्टर एनएस बिष्ट ने सीएमओ डॉक्टर बीसी रमोला के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। डॉक्टर बिष्ट ने अस्पताल परिसर में ही अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू कर दिया है, जिसे उन्होंने स्वास्थ्यग्रह का नाम दिया है। मौन विरोध कर रहे डॉक्टर बिष्ट ने विरोध के तौर पर अपना एप्रिन उल्टा पहना है और आला भी पीठ की तरफ लटकाया। उनका कहना है कि सीएमओ डॉक्टर बीसी रमोला उनका मार्च से उत्पीड़न कर रहे हैं जिसकी शिकायत उन्होंने अधिकारियों से भी की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिए उन्हें यह कदम उठाना पड़ा। डॉक्टर बिष्ट का आरोप है कि कोविड फिजिशियन के रूप में ड्यूटी करने के बावजूद उनसे भरी मीटिंग में गलत तरीके से व्यवहार किया गया। यहां तक कि उनकी एसीआर खराब करने की भी धमकी दी गई। डॉक्टर बिष्ट का कहना है कि सीएमएस डॉक्टर रमोला की मनमानी बढ़ती जा रही है इसलिए वह धरना दे रहे हैं। मंगलवार सुबह डॉक्टर बिष्ट और उनकी असिस्टेंट फिजीशियन राजकीय गांधी शताब्दी अस्पताल पहुंचे। जहां पर डॉक्टर बिष्ट ने विरोध स्वरूप अपना एप्रिन उल्टा पहन और आला भी पीठ की तरफ लटका कर स्वस्थ्याग्रह शुरू कर दिया। डॉक्टर बिष्ट ने लिखित में आरोप लगाए हैं कि वर्तमान सीएमओ एवं जिला अस्पताल के तत्कालीन प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर बीसी रमोला लगातार मार्च से उनका उत्पीड़न करते आ रहे है सार्वजनिक रूप से उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई। डॉक्टर बिष्ट ने अस्पताल की महिला स्वास्थ्यकर्मियों के यौन उत्पीड़न के आरोप के बावजूद प्रमोट कर उन्हें सीएमओ बनाए जाने पर भी ऐतराज जताया और कहा कि इसी वजह से डॉक्टर रमोला की मनमानी बढ़ती जा रही है। इसके अलावा भी अन्य कई आरोप लगाए हैं। इस बारे में पूछे जाने पर डॉक्टर रमोला ने कहा कि वह अभी गांधी शताब्दी अस्पताल से तीन नेत्र रोगियों का ऑपरेशन कर लौटे हैं। कोरोना काल में वह अपने काम में जी-जान से जुटे हुए हैं। इसमें अगर किसी को बुरा लगता है तो वह इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।

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