सफाई कर्मियों का कार्यबहिष्कार जारी, सफाई व्यवस्था प्रभावित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के आह्वान पर कोटद्वार नगर निगम के सफाई कर्मियों का कार्यबहिष्कार दूसरे दिन भी जारी रहा। 11 सूत्रीय मागों को लेकर पर्यावरण मित्र अनिश्चितकालीन कार्यबहिष्कार पर हैं। हड़ताल के कारण नगरों की सफाई व्यवस्था भी प्रभावित होने लगी है। बुधवार को शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहे।
कर्मचारियों ने लगातार दूसरे दिन बुधवार को नगर निगम कार्यालय में धरना दिया और मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। कर्मचारियों ने कहा कि लंबे समय से सफाई कर्मचारी प्रदेश के स्थानीय निकायों व अन्य विभागों में सफाई कर्मचारियों के स्थायी पदों की भर्ती शुरू करने, संविदा, मोहल्ला स्वच्छता समिति, दैनिक वेतन, आउटसोर्स व उपनल से तैनात कमचारियों को नियमित करने, अकेंद्रित और केंद्रित कर्मचारियों की नियमावली में संशोधन कर पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक, पर्यावरण पर्यवेक्षक, सफाई निरीक्षक आदि पदों पर पदोन्नत करने, मृतक आश्रित नियमावली में संशोधन कर मृतक आश्रितों को नियुक्ति देने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, सफाई कर्मचारियों का जीवन बीमा व स्वास्थ्य बीमा का लाभ देने, सफाई कर्मचारियों को राज्य कर्मचारियों की भांति भत्ते दिये जाने, धुलाई व टूल भत्ते में वृद्धि करने, सफाई कर्मचारियों को आवंटित आवासों पर मालिकाना हक देने, भूमिहीन वाल्मिकी समाज के लोगों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र व जाति प्रमाणपत्र प्राथमिकता के साथ बनाने, विनियमिती नियमावली 2013 में संशोधन करते हुए उक्त नियमावली से आच्छादित कर्मचारी की मृत्यु उपरान्त मृतक आश्रित नियमावली 1974 के तहत नियुक्ति देने, पर्यावरण मित्र पदनाम को संशोधित करते हुए सफाई सैनिक नाम देने की मांग कर रहे है। लेकिन सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। कार्मिकों ने कहा कि जब तक उनकी मागें पूरी नहीं होंगी तब तक उनका आदोलन जारी रहेगा। धरना देने वालों में संघ के अध्यक्ष शशि, संरक्षक नरेंद्र घाघट, उपाध्यक्ष धीरज गोडियाल, सह उपाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद, सचिव जितेंद्र गोडियाल, कोषाध्यक्ष अजय केशियाल, मुकेश गोडियाल, सह सचिव बीरेंद्र, संगठन मंत्री धर्मेद्र, महेंद्र घाघट, सुनील, सन्नो, गुड्डी देवी, संजीव, अश्वनी, प्रवेश आदि शामिल थे।
शहर में नहीं हुई सफाई, गलियों और सड़कों पर बिखरा रहा कूड़ा
कोटद्वार। 11 सूत्रीय मांगों को लेकर सफाई कर्मी मंगलवार से अनिश्चिकालीन कार्य बहिष्कार पर चले गये है। कर्मियों के कार्य बहिष्कार से बुधवार को शहर में सफाई नहीं हुई। गलियों और सड़कों पर कचरे के ढेर लगे रहे। दिनभर लोग दुर्गंध से परेशान रहे।
बुधवार को नगर निगम के 40 वार्डों में साफ-सफाई नहीं हुई। इस कारण मोहल्लों में गंदगी के ढेर लगे रहे। इसके साथ ही सड़कों के किनारे बिखरे कूड़े का भी उठान नहीं हुआ। धूप निकलने के साथ ही कूड़ा के ढेरों से सड़ांध आने लगी। इससे लोग परेशान हो गए। मोहल्लों में लोगों ने घरों के खिड़की दरवाजे बंद कर लिए। दुर्गंध से दुकानदार भी परेशान दिखे। राह चलते लोगों को भी रूमाल से नाक मुंह ढककर निकले। शहर की गलियों और सड़कों पर गंदगी के ढेर लगे हुए थे। इस बीच स्थिति जानवरों ने बिगाड़ दी। दिन चढ़ने के साथ ही जानवरों के कूड़े को इधर-उधर फैला दिया। मालगोदाम रोड पर तो कूड़ा सड़क पर ही आ गया। इससे राहगीरों को परेशानी उठानी पड़ी।