वीक एंड पर लैंसडौन में बढ़ी पर्यटकों की भीड़, होटल हुए पैक

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दिल्ली से सात घंटे दूर लैंसडौन में बढ़ी सैलानियों की भीड़
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : मैदान में जहां लगातार गर्मी का पारा चढ़ता जा रहा है। वहीं, पर्यटक सुहावने मौसम का आनंद लेने के लिए पहाड़ का रूख कर रहा है। यही कारण है कि इन दिनों लैंसडौन में सैलानियों की भीड़ बढ़ गई है। वीक एंड पर क्षेत्र के सभी होटल पैक हो चुके हैं। ऐसे में पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों के चेहरे खिल उठे हैं।
शनिवार को पर्यटन नगरी लैंसडौन में सैर-सपाटे के लिए आने वाले पर्यटकों की भीड़ उमड़ पड़ी। हालांकि शुक्रवार से ही नगर में पर्यटकों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। लेकिन शनिवार को सुबह से ही नगर में पर्यटकों के पहुंचने का ग्राफ अचानक बढ़ गया। दरअसल, शनिवार और रविवार के अवकाश के चलते लोग बड़ी संख्या में अपने परिवार के साथ लैंसडौन घूमने के लिए पहुंच रहे हैं। इसके चलते दोपहर तक लैंसडौन के निकटवर्ती क्षेत्र डेरियाखाल, पालकोट, गोयूं, बरस्वार के रिसॉर्ट पूरी तरह बुक हो गए थे। जबकि लैंसडौन नगर के होटलों में भी दिन भर बुकिंग का सिलसिला चलता रहा। शनिवार शाम तक लैंसडौन क्षेत्र के होम स्टे समेत छोटे होटलों की भी बुकिंग लगभग पूरी हो गई। लैंसडौन में पर्यटकों के बड़ी संख्या में पहुंचने के कारण नगर के पर्यटन स्थल भूल्ला लेख, दरबान सिंह संग्राहलय, टिप-इन-टॉप, चर्च रोड़, राठी प्वाइंट, कालेश्वर महादेव मंदिर में चहल-कदमी पूरे दिन देखने को मिली।

स्थानीय व्यंजनों का लिया स्वाद
नगर के रेस्टोरेंटों में भी पर्यटकों ने स्थानीय व्यंजनों में मंडुवे की रोटी, झंगोरे की खीर, उदड़ की दाल के साथ अरसे समेत चाट-पकौड़ों व समोसों का स्वाद लिया। पर्यटन नगरी के बड़े रिसॉर्ट में पर्यटकों के लिए शाम को लाइव म्यूजिक विद डिनर का भी कार्यक्रम मुख्य रूप से रखा गया था। इस दौरान पर्यटकों ने बुरांस के जूस का भी आनंद लिया। कई पर्यटक बुरांस के जूसों के साथ पहाड़ी दालों को खरीद कर अपने साथ वापस भी ले गए।

ट्रैकिंग पर भी निकले पर्यटक
पर्यटन नगरी में सैर-सपाटे के लिए पहुंचे कई पर्यटक ट्रैकिंग करते नजर आए। पर्यटकों ने पैदल घूमकर नगर के प्राकृतिक सौंदर्य से साक्षात्कार किया। हालांकि कई रिसॉर्ट की ओर से पर्यटकों को ट्रैकिंग करवाने के लिए व्यवस्था की गई थी। पर्यटकों ने होटलों के गाइडों के साथ मॉर्निंग वाक की। पांच से दस किलोमीटर के बीच टैकिंग के दौरान पर्यटकों ने पहाड़ों की पगडंडियां भी नापी।

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